बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा का प्रभावशाली प्रदर्शन
चिराग पासवान की लोजपा का चुनावी प्रदर्शन
चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) बिहार विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन कर रही है। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा रुझानों के अनुसार, पार्टी ने 2020 के मुकाबले बेहतर स्थिति में है, जब उसने केवल एक सीट जीती थी। लोजपा ने 28 सीटों पर चुनाव लड़ा है, जिसमें से 22 पर वह आगे चल रही है, जिससे यह एनडीए की सबसे बड़ी जीत में योगदान देने वाली प्रमुख पार्टियों में से एक बन गई है। चिराग पासवान की पार्टी का वोट शेयर 5.73 प्रतिशत रहा।
मतगणना के ताजा रुझान
चुनाव आयोग के अनुसार, शुक्रवार सुबह बिहार विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना के नवीनतम रुझानों में सत्तारूढ़ एनडीए 190 सीटों पर आगे है। विपक्षी दल एनडीए से काफी पीछे हैं, जो विधानसभा की 243 सीटों में से 45 पर आगे चल रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) 82 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 81 सीटों पर आगे है। एनडीए के अन्य सहयोगी, जैसे राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम), क्रमशः 1 और 4 सीटों पर आगे चल रहे हैं।
मतगणना की प्रक्रिया
बिहार में कड़ी सुरक्षा के बीच 243 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना जारी है। दो चरणों में हुए चुनावों में डाले गए मतों की गिनती 38 जिलों के 46 केंद्रों पर सुबह 8 बजे शुरू हुई। बिहार में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में 243 सदस्यीय विधानसभा के चुनावों में 67.13 प्रतिशत का ऐतिहासिक मतदान दर्ज किया गया था। कुल 7.45 करोड़ मतदाता 2,616 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए पात्र थे।
राजनीतिक गठबंधनों का प्रभाव
राज्य की राजनीतिक स्थिति दो प्रमुख गठबंधनों के दबदबे पर निर्भर करती है: भाजपा और जद(यू) दोनों ने मजबूत प्रदर्शन किया है, जिससे एनडीए बहुमत के आंकड़े को पार कर गया है। महागठबंधन (एमजीबी) कुल मिलाकर पीछे है, हालांकि राजद गठबंधन के भीतर सबसे मजबूत पार्टी बनी हुई है, जिसने कांग्रेस को बड़े अंतर से पीछे छोड़ दिया है। लोजपा (रालोद) वर्तमान में 22 सीटों पर आगे चल रही है।