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बिहार विधानसभा चुनाव: प्रचार में तीखे हमले और विकास की बहस

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार अभियान अपने चरम पर है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने महागठबंधन पर तीखे हमले किए हैं। मोदी ने राजद और कांग्रेस को 'विनाश की पहचान' बताया, जबकि योगी ने विपक्षी नेताओं को 'इंडी गठबंधन के तीन बंदर' कहा। अमित शाह ने विकास के लिए बड़े वादे किए हैं, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने नीतीश कुमार पर कटाक्ष किया है। यह चुनाव विकास बनाम विनाश की सीधी टक्कर बन गया है।
 

बिहार चुनाव का प्रचार अभियान तेज

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार सोमवार को अपने चरम पर पहुंच गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महागठबंधन पर कड़े हमले किए। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी दोनों को निशाने पर लिया। सहरसा में एक सभा के दौरान, मोदी ने राजद और कांग्रेस को 'विनाश की पहचान' करार देते हुए कहा कि 'राजग विकास का प्रतीक है, जबकि राजद और कांग्रेस जंगलराज का प्रतिनिधित्व करते हैं।' उन्होंने युवाओं से अपील की कि 'पहली बार वोट देने वाले बिहार के उज्ज्वल भविष्य के लिए मतदान करें।' मोदी ने महिला सशक्तिकरण, रोजगार और बाढ़ प्रबंधन योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि 'यह गति रुकनी नहीं चाहिए।'


योगी आदित्यनाथ का हमला

दरभंगा में, योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव को 'इंडी गठबंधन के तीन बंदर' बताते हुए कहा कि 'ये लोग राजग के कार्यों को न देख सकते हैं, न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं।' उन्होंने यह भी वादा किया कि राजग सरकार बनने पर 'घुसपैठियों को बाहर खदेड़ा जाएगा' और राज्य को 'राम-जानकी मार्ग' से अयोध्या से जोड़ा जाएगा।


अमित शाह का विकास का वादा

सीतामढ़ी में, अमित शाह ने दावा किया कि '14 नवंबर दोपहर एक बजे तक राजद का बिहार से सफाया हो जाएगा।' उन्होंने मिथिलांचल के विकास के लिए 11,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की घोषणा की और कहा कि राजग 'हर जिले में मेडिकल कॉलेज, औद्योगिक पार्क और रक्षा गलियारा' स्थापित करेगा।


खरगे का पलटवार

वहीं, वैशाली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नीतीश कुमार को 'कुर्सी के लालच में समाजवाद भूलने वाला नेता' बताया। उन्होंने कहा, 'नीतीश मोदी की गोद में बैठे हैं, लेकिन मोदी उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे।'


चुनाव की मुख्य बहस

बिहार की राजनीति में पहले चरण के प्रचार ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि यह चुनाव विकास बनाम विनाश और सुशासन बनाम जंगलराज की सीधी टक्कर बन गया है।