×

बिहार विधानसभा चुनाव: पहले चरण में मतदान प्रतिशत में वृद्धि, सम्राट चौधरी का दावा

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान प्रतिशत में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने एनडीए की संभावित जीत का दावा किया है, जबकि विपक्ष पर भी निशाना साधा है। विभिन्न जिलों में मतदान के आंकड़े भी सामने आए हैं, जो इस चुनाव की गर्मी को दर्शाते हैं। जानें इस चुनाव के प्रमुख नेताओं और उनके भाग्य के बारे में।
 

बिहार में मतदान की स्थिति

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शांतिपूर्ण मतदान के लिए बिहार प्रशासन, जनता और चुनाव आयोग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि आम मतदाता जिस उत्साह से वोट डालने के लिए बाहर आ रहे हैं, उससे यह स्पष्ट है कि इस चुनाव में मतदान प्रतिशत पिछले चुनावों की तुलना में 4-5% बढ़ा है। चौधरी ने पहले चरण के मतदान के बाद अपने प्रतिनिधियों से मिली रिपोर्ट के आधार पर कहा कि एनडीए लगभग 100 सीटें जीतने की ओर अग्रसर है, जो 2010 के चुनाव परिणामों को पीछे छोड़ने वाला है।


विपक्ष पर सम्राट चौधरी की टिप्पणी

विपक्ष पर निशाना साधते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भी इस चुनाव में हार का सामना करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि लालू यादव का परिवार इस बार चुनाव नहीं जीत पाएगा। बिहार विधानसभा के पहले चरण के लिए 18 जिलों के 121 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान शाम 6 बजे समाप्त हुआ। भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, बिहार में मतदान प्रतिशत ऐतिहासिक स्तर पर पहुंचने की ओर अग्रसर है। हालांकि, अभी तक के आंकड़े शाम 5 बजे तक के हैं।


मतदान प्रतिशत का विवरण

भारतीय चुनाव आयोग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पहले चरण में शाम 5:00 बजे तक 60.13 प्रतिशत मतदान हुआ। 18 जिलों में से बेगूसराय में सबसे अधिक 67.32 प्रतिशत, गोपालगंज में 64.96 प्रतिशत और मुजफ्फरपुर में 64.63 प्रतिशत मतदान हुआ। पटना में 55.02 प्रतिशत और लखीसराय में 62.76 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। अन्य जिलों में भी मतदान प्रतिशत में विविधता देखने को मिली।


प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान

प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में राघोपुर में 64.01 प्रतिशत, महुआ में 54.88 प्रतिशत, अलीनगर में 58.05 प्रतिशत, और तारापुर में 58.33 प्रतिशत मतदान हुआ। पहले चरण में राजद के तेजस्वी प्रसाद यादव, भाजपा नेता सम्राट चौधरी, मंगल पांडे, और जदयू के श्रवण कुमार जैसे कई प्रमुख नेताओं के भाग्य का फैसला होगा।