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बिहार विधानसभा चुनाव: एनडीए में सीट बंटवारे पर चर्चा जारी

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 10 अक्टूबर से शुरू होने वाली है। एनडीए में सीट बंटवारे पर चर्चा जारी है, जिसमें चिराग पासवान और भाजपा के बीच महत्वपूर्ण बैठकें हो रही हैं। पासवान ने 45 से 54 सीटों की मांग की है, जबकि भाजपा केवल 20-25 सीटें देने को तैयार है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पार्टी को 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्देश दिया है। जानें इस राजनीतिक हलचल के बारे में और अधिक जानकारी।
 

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 10 अक्टूबर से शुरू होने जा रही है। इस बीच, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) द्वारा सीटों के बंटवारे की अंतिम घोषणा में कुछ और दिन लग सकते हैं। रविवार को पटना में गठबंधन सहयोगियों के साथ हुई बैठक के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने मंगलवार को नई दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से मुलाकात की और उनकी मांगों पर चर्चा की।


बैठक में शामिल लोजपा (रालोद) के नेताओं ने बताया कि पार्टी बिहार चुनाव में 45 से 54 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है, जबकि भाजपा केवल 20-25 सीटें देने के लिए तैयार है। चिराग पासवान ने मांग की है कि पार्टी को उसके जीते हुए सभी पांच लोकसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक में कम से कम दो विधानसभा सीटें आवंटित की जाएं। भाजपा नेताओं ने पासवान को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर पार्टी स्तर पर विचार किया जाएगा और जल्द ही उन्हें जवाब दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, चिराग पासवान और भाजपा के शीर्ष नेताओं के बीच एक और बैठक जल्द ही होगी, जिसमें सीटों के बंटवारे पर अंतिम सहमति बन सकती है।


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडी(यू) कोर टीम की एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी को 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। नीतीश कुमार, जो पासवान के साथ कभी अच्छे और कभी खराब रिश्तों के लिए जाने जाते हैं, ने भाजपा से सीटों के बंटवारे में अधिक हिस्सेदारी की मांग को कम करने का आग्रह किया है। एनडीए में सीटों के बंटवारे पर दूसरी दौर की बातचीत इस सप्ताह के अंत में होने की उम्मीद है, जिसके तुरंत बाद इसकी घोषणा की जा सकती है।


केंद्रीय मंत्री और भाजपा के बिहार प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने सीट बंटवारे पर सहमति बनाने के लिए प्रमुख सहयोगी जितिन राम मांझी (हम) और उपेंद्र कुशवाहा (रालोसपा) से भी मुलाकात की है। मांझी 20 सीटों की मांग कर रहे हैं, जबकि भाजपा इस संख्या को सात से 10 के बीच सीमित रखने की कोशिश कर रही है। इसी तरह, कुशवाहा ने 15 सीटें मांगी हैं, जबकि भाजपा उनकी हिस्सेदारी को सात या आठ के आसपास रखना चाहती है।