बिहार विधानसभा चुनाव 2025: हरनौत सीट पर कांटे की टक्कर
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनावों की तैयारी तेज हो गई है, खासकर हरनौत सीट पर जहां जेडीयू, जन सुराज पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी। नीतीश कुमार की जेडीयू ने अपने मौजूदा विधायक हरि नारायण सिंह को फिर से मैदान में उतारा है। इस बार चुनावी रणभूमि में उतरने वाले नए उम्मीदवारों के साथ-साथ अनुभवी प्रत्याशियों की भी मौजूदगी है। जानें इस सीट पर चुनावी समीकरण और संभावनाओं के बारे में।
Nov 4, 2025, 15:20 IST
बिहार में चुनावी माहौल
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनावों की तैयारी जोरों पर है। इस बार कुछ नए उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जबकि कई ऐसे भी हैं जो लंबे समय से चुनावी मैदान में सक्रिय हैं। हरनौत विधानसभा सीट पर इस बार कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। यह सीट नालंदा जिले और लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। पहले चरण का मतदान 06 नवंबर को होगा, जबकि चुनाव परिणाम 14 नवंबर 2025 को घोषित किए जाएंगे।
जेडीयू का प्रभाव
हरनौत सीट पर नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का प्रभाव काफी मजबूत रहा है। यह नीतीश कुमार की पारंपरिक सीट मानी जाती है। 1977 और 1980 के चुनावों को छोड़कर, पिछले आठ विधानसभा चुनावों में जेडीयू ने इस सीट पर जीत हासिल की है। 2020 के विधानसभा चुनाव में हरि नारायण सिंह ने इस सीट से शानदार जीत दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने LJP की ममता देवी को हराया था। कांग्रेस इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रही थी, जिससे यह सीट नीतीश कुमार का गढ़ बन गई है। निर्दलीय उम्मीदवारों के अलावा, किसी अन्य पार्टी ने इस सीट पर जीत नहीं पाई है।
प्रतियोगिता का स्वरूप
हरनौत विधानसभा से नीतीश कुमार की जेडीयू ने अपने मौजूदा विधायक हरि नारायण सिंह को फिर से मैदान में उतारा है। वहीं, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने कमलेश पासवान को उम्मीदवार बनाया है, जो पासवान समाज से आते हैं। कांग्रेस ने इस सीट से अरुण कुमार बिंद को टिकट दिया है।
हरि नारायण सिंह का चुनाव लड़ना इस बार खास है, क्योंकि यह क्षेत्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गढ़ है। जेडीयू की रणनीति में हरि नारायण सिंह की उम्मीदवारी को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जो संगठनात्मक मजबूती और अनुभव को प्राथमिकता देने का संकेत देती है। हरि नारायण सिंह इस बार 13वीं बार चुनावी मैदान में उतर रहे हैं।