बिहार में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या से मचा हड़कंप
घटना का विवरण
एक चौंकाने वाली घटना में, व्यवसायी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता गोपाल खेमका की हत्या पिछले रात पटना में उनके निवास के बाहर कर दी गई। यह घटना गांधी मैदान दक्षिण क्षेत्र में रात करीब 11 बजे हुई, जिसने बिहार में हड़कंप मचा दिया। यह दुखद घटना छह साल बाद हुई है, जब उनके बेटे गुंजन खेमका की भी इसी तरह हत्या की गई थी। भाजपा के इस नेता को गोली लगी थी और उन्हें घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने अपराध स्थल को घेर लिया और वहां से एक गोली और एक खोल बरामद किया। खेमका, जो ट्विन टॉवर सोसाइटी में रहते थे, अपने घर लौटते समय एक अज्ञात हमलावर द्वारा गोली मारे गए। अधिकारी वर्तमान में CCTV फुटेज की समीक्षा कर रहे हैं ताकि आरोपी का पता लगाया जा सके। इस बीच, हत्या के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है।
गोपाल खेमका कौन थे?
गोपाल खेमका बिहार के एक प्रसिद्ध व्यवसायी थे और मगध अस्पताल के मालिक थे। वे कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए थे। 2018 में, उनके बेटे गुंजन की भी हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी।
पप्पू यादव का सरकार पर हमला
खेमका की हत्या ने बिहार में अपराधों की बढ़ती संख्या को एक बार फिर उजागर किया है, जिससे नीतीश सरकार पर सवाल उठ रहे हैं। पूर्णिया के स्वतंत्र सांसद पप्पू यादव, खेमका की मौत की खबर सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने X पर कुमार सरकार पर हमला करते हुए कहा, "कोई सुरक्षित नहीं है, बिहार अपराधियों का आश्रय बन गया है! नीतीश जी, कृपया बिहार को छोड़ दें।"
उन्होंने लिखा, "मैं इस बच्चे को क्या दिलासा दूं? सात साल पहले गोपाल खेमका जी के पुत्र गुंजन खेमका की हत्या हुई थी, और मैं उन्हें न्याय का भरोसा दिलाने गया था। अगर उस समय सरकार अपराधियों की साझीदार न बनती और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करती, तो आज गोपाल खेमका जी की हत्या न होती!"