बिहार में वंशवाद पर बहस: तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार की राजनीति
बिहार में वंशवाद का मुद्दा
तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार
बिहार में मंत्रियों के शपथ ग्रहण के दौरान आरजेडी पर वंशवाद का आरोप लगाया गया। इस पर बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि विपक्ष ने परिवारवाद की सही परिभाषा नहीं समझी है। उन्होंने बताया कि परिवारवाद का अर्थ है कि प्रधानमंत्री का बेटा प्रधानमंत्री बने और मुख्यमंत्री का बेटा मुख्यमंत्री बने। जनता अब समझ रही है कि असली परिवारवाद क्या है।
इस बीच, बिहार के मंत्री और JD(U) नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा कि नई सरकार का गठन लोगों के विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी जीत तब संभव होती है जब जनता गठबंधन और उसके नेता नीतीश कुमार पर भरोसा करती है। पिछले 20 वर्षों में, उन्होंने लगातार काम किया है।
राजनीति में विश्वास की नई लहर
राजनीति के इतिहास की हिट जोड़ी है
विजय कुमार ने कहा कि इससे लोगों का विश्वास बढ़ा है। लोगों को यकीन है कि जब तक बिहार उनके हाथों में है, राज्य सुरक्षित रहेगा और तेजी से विकास करेगा। यह जोड़ी भारतीय राजनीति की सबसे सफल जोड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच की समझ और उनके कार्यों से बिहार तेजी से प्रगति कर रहा है। भविष्य में बिहार और भी तेजी से आगे बढ़ेगा।
आरजेडी ने कहा कि यह नीतीश कुमार के रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री बनने के बाद हुआ है। नीतीश के अलावा नई कैबिनेट में कुल 25 नेताओं ने शपथ ली। खास बात यह है कि HAM(S) के लगभग 80% नए चुने गए MLA सीनियर नेताओं के रिश्तेदार हैं, जिसमें जीतन राम मांझी की बहू, सास और दामाद शामिल हैं। BJP के 12.35% जीतने वाले MLA भी राजनीतिक परिवारों से हैं, जिनमें सम्राट चौधरी और नीतीश मिश्रा शामिल हैं। JD(U) के 11 जीतने वाले भी राजनीतिक परिवारों से हैं।
बिहार का नया भविष्य
नया बिहार बनाऊंगा
RJD ने कहा कि मैं कसम खाता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो वंशवाद की राजनीति के कट्टर विरोधी हैं, के विशेष प्यार और आशीर्वाद से मैं बिहार की राजनीति से वंश को खत्म करूंगा और एक नया बिहार बनाऊंगा।