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बिहार में मानसून की वापसी, भारी बारिश का अलर्ट जारी

बिहार में मानसून की सक्रियता ने राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश का कारण बना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने सभी जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। 35 जिलों के लिए येलो और तीन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञानी इस स्थिति का कारण बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के क्षेत्र को मानते हैं। पटना में अधिकतम तापमान 34°C दर्ज किया गया है। निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि लगातार बारिश से जलभराव की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
 

बिहार में मानसून सक्रिय

बिहार में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है, जिसके चलते राज्य के विभिन्न हिस्सों में व्यापक वर्षा और बादल छाए हुए हैं। पटना सहित कई जिलों में शुक्रवार रात से बारिश हो रही है, और शनिवार सुबह तक आसमान में बादल बने रहे। शिवहर, बगहा, बेतिया, मोतिहारी, सुपौल और समस्तीपुर में भारी बारिश की सूचना मिली है, जबकि अन्य क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बिहार के सभी जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है.


अलर्ट की जानकारी

35 जिलों के लिए येलो अलर्ट और तीन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। येलो अलर्ट वाले क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जबकि ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों में तेज बारिश होने की आशंका है। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, यह मौसम पैटर्न 7 अक्टूबर तक जारी रह सकता है, और राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से भारी वर्षा की उम्मीद है.


मौसम का कारण

मौसम विज्ञानी इस नई मानसूनी सक्रियता का कारण बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य में बने गहरे दबाव के क्षेत्र को मान रहे हैं। यह दबाव क्षेत्र ओडिशा के गोपालपुर तट से लगभग 160 किलोमीटर दूर स्थित है और उत्तर की ओर बढ़ रहा है, जिससे पूर्वी भारत के मौसम पर प्रभाव पड़ रहा है। इस दबाव क्षेत्र के 4 और 5 अक्टूबर के बीच तटीय ओडिशा और आंध्र प्रदेश से टकराने की संभावना है, और इसके बाद यह बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुँच सकता है.


तापमान की स्थिति

पिछले 24 घंटों में, पटना में अधिकतम तापमान 34°C दर्ज किया गया, जबकि दरभंगा 34.7°C के साथ सबसे गर्म जिला रहा। बांका 31.8°C के साथ सबसे ठंडा रहा। मौसम विज्ञानियों ने निवासियों को अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने की सलाह दी है, क्योंकि लगातार बारिश से निचले इलाकों में जलभराव और सामान्य जनजीवन में बाधा उत्पन्न हो सकती है.