बिहार में मतदाता सूची पर हंगामा, केंद्रीय मंत्री का विपक्ष पर पलटवार
बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया, जिसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि गैर-भारतीय नागरिकों को वोट देने का अधिकार नहीं है। इस बीच, संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हुई, जिसमें दिवंगत पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया।
Jul 21, 2025, 12:34 IST
बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर विवाद
बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए गए हंगामे के बीच केंद्रीय मंत्री और जेडी(यू) सांसद राजीव रंजन, जिन्हें ललन सिंह के नाम से जाना जाता है, ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा से कौन भाग रहा है? यदि आप यह दावा करते हैं कि जो व्यक्ति इस देश का नागरिक नहीं है, उसे वोट देने का अधिकार होना चाहिए, और फिर आप संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं, तो यह कैसे संभव है कि एक गैर-भारतीय नागरिक भारत में वोट डाल सके?
विपक्ष का विरोध और सरकार का निर्णय
केंद्रीय राज्य मंत्री और जदयू सांसद रामनाथ ठाकुर ने कहा कि विपक्ष का कार्य हमेशा विरोध करना होता है, जबकि सरकार का कार्य निर्णय लेना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन लोगों के पास पहचान पत्र हैं, उनके नाम मतदाता सूची से नहीं हटाए जाएंगे। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन, सोमवार को, लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने पहलगाम आतंकी हमले और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही लगभग 20 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
संसद की कार्यवाही की शुरुआत
सत्र के पहले दिन, पारंपरिक रूप से राष्ट्रगान की धुन के साथ कार्यवाही की शुरुआत की गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सात पूर्व सदस्यों के निधन की सूचना दी, जिनमें किशन कपूर, भगत राम, कुमारी अनंथन, गिरिजा व्यास, मिनाती सेन, सुखदेव सिंह ढींढसा और छोटे सिंह यादव शामिल हैं। इसके बाद, उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले और अहमदाबाद विमान हादसे का उल्लेख करते हुए दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी। लोकसभा अध्यक्ष ने हाल ही में देश के विभिन्न हिस्सों में आई प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुए जानमाल के नुकसान का भी उल्लेख किया। इसके बाद सदन ने कुछ समय मौन रखकर दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी।