बिहार में बेरोजगारी और पलायन पर तेजस्वी यादव के आरोपों का भाजपा ने दिया जवाब
भाजपा नेता का पलटवार
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव द्वारा एनडीए सरकार पर बिहार को बेरोजगारी, पलायन और गरीबी का केंद्र बनाने के आरोपों का जवाब देते हुए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संजय जायसवाल ने सोमवार को कहा कि यदि राजद सत्ता में आया, तो उद्योगपतियों को नुकसान का सामना करना पड़ेगा। जायसवाल ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि जब राजद की सरकार थी, तब बिहार की प्रति व्यक्ति आय केवल 6,000 रुपये थी, जबकि आज यह बढ़कर 68,000 रुपये हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि आज हर परिवार सामान्य जीवन जी रहा है और राज्य में विकास हो रहा है।
तेजस्वी यादव के दावे का संदर्भ
यह बयान बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के उस दावे के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि एनडीए सरकार ने बिहार को बेरोजगारी, पलायन और गरीबी का केंद्र बना दिया है। यादव ने एक पोस्ट में लिखा कि "नीतीश-मोदी सरकार के 20 सालों और केंद्र में 11 सालों के शासन के बावजूद, बिहार बेरोजगारी, पलायन और गरीबी का मुख्य केंद्र बना हुआ है। यह मेरा दावा नहीं है, बल्कि भारत सरकार की नीति आयोग की रिपोर्टें भी यही दर्शाती हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 20 वर्षों में बिहार की प्रति व्यक्ति आय युगांडा और रवांडा जैसे गरीब देशों से भी कम रही है।
राजद अध्यक्ष के सवाल
राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटे ने नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछते हुए कहा, "बिहार बेरोजगारी का मुख्य केंद्र क्यों है? पिछले 20 वर्षों में बिहार से पलायन की दर कितनी बढ़ी है?" इसके अलावा, उन्होंने यह भी पूछा कि सरकार ने पिछले 20 वर्षों में क्षेत्र-विशिष्ट क्लस्टर क्यों नहीं बनाए और राज्य में कितनी मिलें और उद्योग बंद हुए हैं। उन्होंने परीक्षा और भर्ती प्रक्रियाओं की पारदर्शिता पर भी सवाल उठाए।