बिहार में बीजेपी के टिकट बंटवारे में हलचल, विधायकों की चिंता बढ़ी
बिहार में टिकट बंटवारे का अंतिम चरण
बिहार के राजनीतिक दलों में टिकट वितरण का कार्य अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। बीजेपी के लिए यह टिकट कटौती एक चुनौती बन सकती है। एक तरफ, पार्टी नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर जनता का विश्वास जीतने का प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर, आंतरिक असंतोष चुनावी मुश्किलें पैदा कर सकता है। सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि पार्टी किन चेहरों को बदलने का निर्णय लेती है और इसका चुनाव परिणामों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
सियासी हलचल और विधायकों की बेचैनी
बीजेपी में सिटिंग विधायकों की टिकट कटौती की खबर ने पटना के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। कई विधायकों में चिंता है कि क्या पार्टी उन्हें फिर से मौका देगी या नए चेहरों पर दांव लगाएगी। टिकट कटने का आधार क्या होगा, यह भी एक बड़ा सवाल है। बीजेपी के सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों और एमएलसी को चुनावी मैदान में उतारने का निर्णय लिया है।
टिकट कटने की संभावनाएं
सूत्रों के अनुसार, लगभग 20 से 25 सिटिंग विधायकों के टिकट कटने की संभावना है। इनमें वे विधायक शामिल हैं जो पार्टी के प्रति वफादार नहीं रहे हैं। इसके अलावा, 70 वर्ष से अधिक उम्र के और कम सक्रिय विधायकों के लिए भी संकट की स्थिति है। पार्टी उन विधायकों पर भी ध्यान दे रही है जो लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं लेकिन क्षेत्र में एंटी-इंकम्बेंसी का सामना कर रहे हैं।
टिकट कटने के मानक
बीजेपी ने सिटिंग विधायकों के टिकट काटने के लिए कुछ मानक निर्धारित किए हैं। इनमें एंटी-इंकम्बेंसी फैक्टर, संगठन की निगेटिव रिपोर्ट, जातीय समीकरण में फिट न बैठने वाले चेहरे और राजनीतिक दृष्टि से अनफिट विधायकों को शामिल किया गया है।
नए चेहरों का लाभ
बीजेपी का मानना है कि नए चेहरों को उतारने से कार्यकर्ताओं और जनता में ताजगी का संदेश जाएगा। पुराने विधायकों और उनके समर्थकों की नाराजगी को पहले ही संभालने की कोशिश की जा रही है। पार्टी का कहना है कि जिनका टिकट कटेगा, उन्हें संगठन में नई जिम्मेदारियां दी जाएंगी।
उम्मीदवारों का ऐलान
बिहार में गठबंधन की सीटों का आवंटन चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रमों के बाद किया जाएगा। यदि चुनाव दो चरणों में होते हैं, तो बीजेपी पहले चरण के टिकटों का ऐलान 5 से 10 अक्टूबर के बीच कर सकती है। उम्मीदवारों के नाम का ऐलान दिल्ली के बीजेपी दफ्तर से होगा।
महिलाओं और युवाओं को मौका
बिहार बीजेपी की नेता डॉ. सुनंदा केसरी ने कहा है कि 15 प्रतिशत सिटिंग विधायकों का टिकट कटने की संभावना है। इनकी जगह महिलाओं और युवा चेहरों को चुनाव लड़ने का अवसर दिया जाएगा। चुनाव आयोग द्वारा चुनावी कार्यक्रमों की घोषणा के बाद एनडीए की ओर से सीट आवंटन का ऐलान होगा।