बिहार में फेरीवाले की हत्या: क्रूरता की दास्तान
नवादा में इंसानियत को झकझोरने वाला मामला
बिहार के नवादा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 40 वर्षीय मोहम्मद अतहर हुसैन, जो कपड़े बेचने का काम करते थे, के साथ बर्बरता की गई। आरोप है कि कुछ युवकों ने पहले उनका नाम पूछा, फिर पैंट उतरवाकर धर्म की पहचान की और इसके बाद उन्हें बुरी तरह से पीटा। हुसैन का इलाज करते समय उनकी मृत्यु हो गई।
घटना का विवरण
यह घटना 5 दिसंबर को रोह थाना क्षेत्र के भट्ठापर गांव के पास हुई। हुसैन, जो बिहारशरीफ के लहेरी थाना क्षेत्र के गगनदीवान के निवासी थे, पिछले 20 वर्षों से नवादा में फेरी लगाकर कपड़े बेचते थे। 7 दिसंबर को उन्होंने अपने अनुभव को कैमरे पर साझा किया, जो अब इस मामले का महत्वपूर्ण सबूत बन गया है।
कैसे हुई वारदात?
हुसैन ने बताया कि जब वह फेरी लगाकर घर लौट रहे थे, तब 6-7 नशे में धुत युवकों ने उन्हें घेर लिया। पहले उनका नाम पूछा गया और फिर 8,000 रुपये लूट लिए गए। इसके बाद उन्हें हाथ-पैर बांधकर एक कमरे में बंद कर दिया गया।
क्रूरता की हदें पार
हुसैन ने अपने बयान में कहा कि हमलावरों ने उन्हें ईंट और रॉड से बुरी तरह पीटा। इस दौरान उनकी उंगलियां और हाथ तोड़ दिए गए। इसके अलावा, उनके नाखून उखाड़े गए और कान काटे गए। हमलावरों ने पैंट उतरवाकर प्राइवेट पार्ट की जांच की और उसमें रॉड व पेट्रोल डाला। गर्म लोहे की रॉड से भी उन पर वार किए गए। अंत में, 15-20 लोगों की भीड़ ने मिलकर उनकी पिटाई की और गला दबाया।
पुलिस की कार्रवाई
किसी ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद रात करीब ढाई बजे पुलिस मौके पर पहुंची और हुसैन को अस्पताल ले जाया गया। गंभीर हालत में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन शुक्रवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।
एफआईआर और गिरफ्तारी
हुसैन की पत्नी शबनम परवीन ने 10 लोगों के खिलाफ नामजद और 15 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें सोनू, रंजन, श्रीकुमार जैसे कई नाम शामिल हैं। पुलिस ने अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और बाकी की तलाश जारी है।
पुलिस का आश्वासन
पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और बाकी आरोपियों को जल्द पकड़ा जाएगा। यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था बल्कि सामाजिक सौहार्द पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।