×

बिहार में नई सरकार का गठन: नीतीश कुमार देंगे इस्तीफा

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA की जीत के बाद नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। नीतीश कुमार की सरकार की अंतिम बैठक सोमवार को होगी, जिसमें मौजूदा विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की जाएगी। इसके बाद, NDA के घटक दल अपने नेताओं का चुनाव करेंगे और बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह की योजना है। जानें इस महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी।
 

बिहार में नई सरकार की तैयारी

बिहार में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की महत्वपूर्ण जीत के बाद नई सरकार के गठन की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। एनडीए के घटक दलों के बीच मंत्री पदों को लेकर सहमति बन चुकी है। अब शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ चल रही हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार को नीतीश कुमार की सरकार की अंतिम मंत्री परिषद की बैठक होगी, जिसमें मौजूदा विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की जाएगी। यदि सहमति बनती है, तो नीतीश कुमार उसी दिन अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं।

सूत्रों के अनुसार, NDA की इस बैठक में सभी पांच घटक दल अपने-अपने नेता का चयन करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री आवास में एनडीए विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें विधायक दल के नेता का चुनाव किया जाएगा, जो सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। यह संभावना जताई जा रही है कि सोमवार को ही विधायक दल का नेता चुन लिया जाएगा, और बुधवार को गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है।

निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है, जिसमें एनडीए को बहुमत प्राप्त हुआ है। चुनाव के बाद निर्वाचन आयोग की टीम ने राजभवन जाकर चुनाव परिणाम की पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत की है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने की जानकारी दी गई है। इसके साथ ही 18वीं विधानसभा के गठन की अधिसूचना जारी की जाएगी, जिससे आदर्श आचार संहिता समाप्त हो जाएगी।

मंत्री पदों का बंटवारा

सूत्रों के अनुसार, बिहार चुनाव में जीत के बाद एनडीए के घटक दलों ने मंत्री पदों पर सहमति बना ली है। भाजपा कोटे से 15 से 16 मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है, जबकि जदयू से मुख्यमंत्री के साथ 14 मंत्री शपथ ले सकते हैं। लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान के 3, जीतन राम मांझी और उपेन्द्र कुशवाहा के एक-एक विधायक भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।