बिहार में छात्रों का प्रदर्शन: पुलिस कांस्टेबल और सरकारी नौकरियों की मांग
बिहार में छात्रों ने पुलिस कांस्टेबल और सरकारी नौकरियों की कमी के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है कि पिछले दो वर्षों में कोई नई भर्ती नहीं हुई है। उन्होंने सरकार से चुनावों से पहले अधिसूचना जारी करने की मांग की है। प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने प्रशासन के अधिकारियों से भी मुलाकात की, लेकिन उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। जानें इस प्रदर्शन के पीछे की वजह और छात्रों की मांगें।
Sep 15, 2025, 15:58 IST
बिहार में छात्रों का विरोध प्रदर्शन
सोमवार को बिहार में छात्रों ने पुलिस कांस्टेबल और सरकारी नौकरियों की कमी के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है कि पिछले दो वर्षों में नए छात्रों की भर्ती के लिए कोई नई रिक्तियां नहीं आई हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि चुनावों से पहले इस संबंध में अधिसूचना जारी की जाए। हालांकि, भारत के चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन उम्मीद है कि ये चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होंगे।
पटना में मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करते हुए छात्रों ने बिहार पुलिस सब-ऑर्डिनेट सर्विस कमीशन (BPSSC) और सेंट्रल सिलेक्शन बोर्ड ऑफ कांस्टेबल (CSBC) की उत्तर कुंजी की मांग की। एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल प्रशासन के एक अधिकारी से मिलने गया और अपनी मांगें रखीं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कुछ समय के लिए रोका, क्योंकि बैरिकेड्स लगाए गए थे। हालांकि, कुछ स्थानों पर बैरिकेड्स हटा दिए गए थे, जिससे कुछ छात्र आगे बढ़ गए।
बैरिकेड्स पर खड़ी एक प्रदर्शनकारी खुशबू पाठक ने पत्रकारों से कहा कि छात्रों ने कई बार अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई है, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसलिए आज हमें यह विरोध प्रदर्शन करना पड़ा। हमारा प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण है। हम सरकार से हाथ जोड़कर अपनी मांगें पूरी करने की विनती कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर कुंजी की कार्बन कॉपी और प्रश्न पुस्तिका BPSSC और CSBC द्वारा दी जानी चाहिए। बिहार इंस्पेक्टर का नोटिफिकेशन चुनाव से पहले जारी किया जाना चाहिए। हम शांतिपूर्ण तरीके से मार्च कर रहे हैं।
एक अन्य प्रदर्शनकारी, नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले दो वर्षों से पुलिस/कांस्टेबल की कोई नई रिक्तियां घोषित नहीं की गई हैं, जिससे पटना में रहकर पढ़ाई करना कठिन हो गया है। नीतीश ने कहा कि हम अंदर जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन हमें अनुमति नहीं दे रहा है। हम संवैधानिक तरीके से अंदर जाने का प्रयास कर रहे हैं। हम सांसद या विधायक के बेटे नहीं हैं, हम गरीब किसानों के बेटे हैं, इसलिए हम बिहार पुलिस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और यहां विरोध प्रदर्शन करने आए हैं। दो साल से कोई रिक्ति नहीं है, जिससे हमें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बैरिकेड्स पर चढ़े एक प्रदर्शनकारी अमन कुमार यादव ने कहा कि वे केवल मुख्यमंत्री या मुख्य सचिव से ही मिलेंगे।