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बिहार में कड़ाके की ठंड से राहत के लिए स्कूल बंद, अलाव की व्यवस्था

बिहार में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को प्रभावित किया है, जिसके चलते गया के जिला पदाधिकारी ने सभी प्री-स्कूल और सरकारी विद्यालयों को 8 जनवरी 2025 तक बंद करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही, अलाव की व्यवस्था भी की जा रही है ताकि लोग ठंड से राहत पा सकें। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 

बिहार में शीतलहर का असर


बिहार में शीतलहर ने जनजीवन को प्रभावित किया है। तेज हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने जानकारी दी है कि 6 जनवरी तक तेज हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा। अगले 48 घंटों में बिहार के 12 जिलों में मध्यम से घना कुहासा देखने को मिल सकता है।


स्कूलों की बंदी का आदेश

कड़ाके की ठंड को ध्यान में रखते हुए गया के जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने सभी प्री-स्कूल, सरकारी और निजी विद्यालयों को बंद करने का निर्देश दिया है। कक्षा 1 से 5 तक और सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए 8 जनवरी 2025 तक पढ़ाई बंद रहेगी। इसके अलावा, कक्षा 5 से ऊपर के छात्रों के लिए कोचिंग संस्थान और विद्यालय सुबह 9:30 बजे के बाद से शुरू होंगे और शाम 4 बजे से पहले समाप्त होंगे। यह आदेश 4 से 8 जनवरी 2025 तक लागू रहेगा।


अलाव की व्यवस्था

गया जिले के सभी प्रखंडों और शहरी क्षेत्रों में अलाव की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है। मुख्य स्थानों और चौक-चौराहों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की जा रही है ताकि लोग ठंड से राहत पा सकें। नगर परिषद बोधगया में भी अलाव की व्यवस्था की गई है। महाबोधी मंदिर के आसपास और अन्य प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं।


हालांकि, बोधगया प्रखंड के कुछ पंचायतों में अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। जैसे बासाढी, इलरा, कन्हौल, मोरा मर्दाना और गाफ़ा पंचायतों में ग्रामीणों ने बताया कि ठंड में उनकी पंचायत में कभी भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई।