बिहार चुनाव से पहले बीजेपी और आरजेडी के बीच तीखी बयानबाजी
राजनीतिक हमले तेज
2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारी में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने एक-दूसरे पर तीखे हमले शुरू कर दिए हैं। पिछले शुक्रवार को पीएम मोदी के बिहार दौरे के बाद राजनीतिक माहौल में तेजी आई है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा, "हमें पॉकेट पीएम नहीं चाहिए।" इस विवाद के बीच एनडीए समर्थित पोस्टरों की भरमार हो गई है। भाजपा और जदयू नेताओं ने तेजस्वी के बयान को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ‘सीधा अपमान’ बताया है.
पोस्टर वार का असर
पटना के प्रमुख चौराहों पर एक पोस्टर ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है, जिसमें लिखा है: ‘मेरा बाप चोर है, मुझे वोट दो।’ इस पोस्टर में लालटेन लिए भैंस पर बैठे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव का कार्टून दर्शाया गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के निजी हमले आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 और संसद के मानसून सत्र पर भी प्रभाव डाल सकते हैं।
तेजस्वी का विवादास्पद बयान
तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘पॉकेटमार’ कहकर विवाद खड़ा कर दिया और आरोप लगाया कि राज्य में उनकी रैलियों के आयोजन के लिए सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने इसकी निंदा की और तेजस्वी के शब्दों पर सवाल उठाए। तेजस्वी ने सिवान जिले में पीएम मोदी के कार्यक्रम के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमें ऐसा प्रधानमंत्री नहीं चाहिए जो पॉकेटमार हों।’’
प्रधानमंत्री का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री ने सिवान में 5600 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया और पाटलिपुत्र से गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि इस रैली के लिए बिहार सरकार का पैसा खर्च किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह सरासर पॉकेटमारी है। हम न तो पॉकेटमार प्रधानमंत्री चाहते हैं और न ही ऐसा मुख्यमंत्री जो होश में न हों।’’