बिहार चुनाव की तैयारी: राजनीतिक दलों की बैठक में पारदर्शिता पर जोर
बिहार में चुनाव आयोग ने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ एक बैठक आयोजित की, जिसमें चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और मतदाता भागीदारी पर जोर दिया गया। राजनीतिक दलों ने छठ पर्व के बाद चुनाव कराने की मांग की और एक चरण में चुनाव कराने का आग्रह किया। इस बैठक में सुरक्षा व्यवस्था और चुनावी प्रक्रिया में सुधार पर भी चर्चा की गई। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक के सभी पहलुओं के बारे में।
Oct 4, 2025, 15:21 IST
चुनाव आयोग की बैठक में राजनीतिक दलों की भागीदारी
बिहार में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू, डॉ. विवेक जोशी, और बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंज्याल भी शामिल हुए। चर्चा के दौरान, चुनाव आयोग ने बताया कि राजनीतिक दल लोकतंत्र की नींव हैं और सभी दलों को चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए।
मतदाता भागीदारी और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता
चुनाव आयोग ने मतदाताओं से चुनाव के उत्सव को सम्मान और सद्भाव के साथ मनाने की अपील की। इसके साथ ही, राजनीतिक दलों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया कि वे हर मतदान केंद्र पर मतदान अभिकर्ता नियुक्त करें। राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया कि उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के माध्यम से मतदाता सूची को शुद्ध करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। इसके अलावा, प्रति मतदान केंद्र अधिकतम 1,200 मतदाताओं की संख्या निर्धारित करने के लिए भी आयोग का आभार व्यक्त किया गया।
चुनाव की तिथियों और प्रक्रिया पर चर्चा
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने छठ पर्व के तुरंत बाद चुनाव कराने की मांग की और चुनाव को कम से कम चरणों में संपन्न कराने का सुझाव दिया। उन्होंने चुनाव आयोग की हालिया पहलों की सराहना की, जिसमें डाक मतपत्रों की गिनती और फॉर्म 17सी के उपयोग में सुधार शामिल हैं। सभी दलों ने चुनाव आयोग पर भरोसा जताया कि आगामी बिहार चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से होंगे।
जनता दल (यूनाइटेड) का एक चरण में चुनाव कराने का आग्रह
जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि पार्टी ने बेहतर कानून-व्यवस्था के आधार पर चुनाव आयोग से एक ही चरण में चुनाव कराने का अनुरोध किया है। झा ने पत्रकारों से कहा, "बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) हो चुका है और हमने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि चुनाव एक चरण में कराए जाएँ।"
सुरक्षा व्यवस्था पर जोर
झा ने राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को सुचारू मतदान के लिए अनुकूल बताते हुए कहा, "अगर महाराष्ट्र में एक चरण में चुनाव हो सकते हैं, तो बिहार में क्यों नहीं?" इससे पहले, बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा था कि चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से अनुरोध किया है कि मतदान समाप्त होने के बाद उनके पोलिंग एजेंट फॉर्म 17सी जमा करें, क्योंकि चुनाव आयोग जल्द ही बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा।