बिहार चुनाव: एनडीए में सीटों का बंटवारा और पार्टियों की रणनीति
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए का सीट बंटवारा
नड्डा, नीतीश, मांझी और चिराग पासवान.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीटों का बंटवारा अब स्पष्ट हो चुका है। इस बंटवारे के अनुसार, बीजेपी और जेडीयू दोनों 101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। जेडीयू के कुछ नेताओं की मांग थी कि वे बीजेपी से एक सीट अधिक लड़ें, लेकिन दोनों पार्टियों ने समान रूप से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। इस बार बड़े भाई (जेडीयू) और छोटे भाई (बीजेपी) का फार्मूला खारिज कर दिया गया है, और दोनों पार्टियां समान साझेदार बन गई हैं।
इसके अलावा, बिहार एनडीए में छोटे सहयोगी दलों जैसे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हम को उनके सांसदों की संख्या के अनुसार विधानसभा सीटें आवंटित की गई हैं।
चिराग पासवान की पार्टी लोजपा को 30 विधानसभा सीटें मिलनी चाहिए थीं, लेकिन उन्हें एक कम सीट मिली और उन्होंने 29 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला
सूत्रों के अनुसार, एनडीए में चिराग पासवान को पहले 26 सीटें देने का निर्णय लिया गया था, लेकिन तीन सीटों पर विवाद था, जो बाद में चिराग के खाते में गईं। चिराग ने अपनी पसंद की इन तीन सीटों को हासिल करने में सफलता पाई। ये तीन सीटें नवादा की हिसुआ, चंपारण की गोविंदगंज और बक्सर की ब्रह्मपुर हैं।
पार्टी की चुनावी रणनीति
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को प्रति सांसद 6 विधानसभा सीटें दी गई हैं। कुशवाहा को दिनारा, बाजपट्टी, उजियारपुर, महुआ, सासाराम और मधुबनी की सीटें मिली हैं। इसी तरह, जीतन राम मांझी को भी 6 सीटें दी गई हैं।
मांझी की पार्टी हम को टेकारी, अतरी, बाराचट्टी, सिकंदरा, इमामगंज और कुटुंबा की सीटें दी गई हैं, जिनमें से तीन अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। अब सोमवार से एनडीए के विधानसभा उम्मीदवारों की टिकटों की घोषणा शुरू होगी।