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बाल और नाखून काटने पर दर्द क्यों नहीं होता? जानें इसके पीछे का विज्ञान

क्या आपने कभी सोचा है कि जब हम अपने बाल और नाखून काटते हैं, तो हमें दर्द क्यों नहीं होता? यह जानना दिलचस्प है कि नाखून और बाल मृत कोशिकाओं से बने होते हैं, इसलिए इनको काटने पर कोई दर्द नहीं होता। इस लेख में हम नाखून और बालों की वृद्धि की गति और इसके पीछे के विज्ञान के बारे में जानेंगे। जानें कि नाखून और बाल कैसे बढ़ते हैं और क्यों त्वचा से जुड़े नाखून काटने पर दर्द होता है।
 

हमारे शरीर के अंगों की विशेषताएँ

हमारा शरीर विभिन्न अंगों से बना है, जिनमें से नाखून और बाल ऐसे दो अंग हैं जो निरंतर बढ़ते रहते हैं। हर व्यक्ति के शरीर में नाखून और बाल एक निश्चित गति से बढ़ते हैं। दिलचस्प बात यह है कि हाथ के नाखून, पैरों के नाखून की तुलना में तेजी से बढ़ते हैं। इसी तरह, सिर के बाल और दाढ़ी-मूंछ के बाल भी अधिक लंबे होते हैं, जबकि शरीर के अन्य हिस्सों के बाल एक निश्चित लंबाई तक ही बढ़ते हैं.


क्यों नहीं होता दर्द जब हम बाल और नाखून काटते हैं?

जब नाखून और बाल बहुत बढ़ जाते हैं, तो हम इन्हें काटते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इनको काटने पर दर्द क्यों नहीं होता? इसका कारण यह है कि नाखून और बाल मृत कोशिकाओं से बने होते हैं। जब शरीर की जीवित कोशिकाओं को नुकसान होता है, तब हमें दर्द का अनुभव होता है, लेकिन नाखून और बाल में कोई जीवन नहीं होता, इसलिए काटने पर दर्द नहीं होता.


नाखून और बालों की वृद्धि की गति

नाखून हमारी त्वचा से उत्पन्न होते हैं, जिसे वैज्ञानिक रूप से किरेटिन कहा जाता है। यह एक निर्जीव प्रोटीन है। नाखून जो त्वचा से जुड़े नहीं होते, वे पूरी तरह से मृत कोशिकाओं से बने होते हैं। वहीं, त्वचा से जुड़े नाखून जीवित कोशिकाओं से बने होते हैं, इसलिए इन्हें काटने पर दर्द होता है. एक व्यक्ति के नाखून हर साल लगभग दो इंच बढ़ते हैं, जबकि सिर के बाल हर महीने 0.5 इंच और साल में 6 इंच तक बढ़ते हैं.