×

बागेश्वर बाबा की 'सनातन हिंदू एकता यात्रा' का तीसरा दिन: जानें यूपी में कब पहुंचेगी पदयात्रा

बागेश्वर बाबा की 'सनातन हिंदू एकता यात्रा' का तीसरा दिन चल रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। यह यात्रा 8 नवंबर को हरियाणा से शुरू हुई थी और 13 नवंबर को उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी। यात्रा के दौरान बाबा ने सात महत्वपूर्ण संकल्पों की घोषणा की है, जो समाज में एकता और धार्मिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए हैं। जानें इस यात्रा के अगले पड़ाव और कार्यक्रम के बारे में।
 

बागेश्वर बाबा की पदयात्रा का विवरण

धीरेंद्र शास्त्री पदयात्रा

बागेश्वर बाबा की पदयात्रा: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री की 'सनातन हिंदू एकता यात्रा' ने 8 नवंबर को हरियाणा के फरीदाबाद में लगभग 10 किलोमीटर की दूरी तय की। इसके बाद यात्रा NIT क्षेत्र के दशहरा ग्राउंड में रुकी। अब यह पदयात्रा बल्लभगढ़ मंडी से सीकरी के डॉ. एच.एन. अग्रवाल धर्मशाला और ध्रुव गार्डन के लिए आगे बढ़ेगी, जिसके लिए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा में सड़क किनारे उमड़ती भीड़, भगवा झंडों की लहर और जय श्रीराम के नारों से एक आध्यात्मिक उत्साह का माहौल बना हुआ है.


यात्रा का समापन स्थान

कहां समाप्त होगी यात्रा?

बागेश्वर बाबा की यह पदयात्रा देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित कर रही है। धार्मिक, खेल और सामाजिक क्षेत्रों से कई प्रमुख हस्तियों ने भी इस यात्रा में भाग लिया। 7 नवंबर को शुरू हुई यह यात्रा छतरपुर के कात्यायनी शक्ति पीठ से लेकर वृंदावन के श्री बांके बिहारी मंदिर तक पहुंचेगी.


यूपी में यात्रा का कार्यक्रम

बागेश्वर बाबा की पदयात्रा यूपी में कब?

यह पदयात्रा कई गांवों और शहरों से होते हुए 13 नवंबर को उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी। यह हिंदू एकता यात्रा 16 नवंबर तक चलेगी, जिसमें दिल्ली से वृंदावन तक लगभग 150 से 170 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। अनुमान है कि इस यात्रा में लगभग दो लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है.


पदयात्रा के संकल्प

बाबा बागेश्वर की पदयात्रा का संकल्प क्या है?

बाबा बागेश्वर ने अपनी पदयात्रा के दौरान लोगों को सात संकल्प दिलाने का निर्णय लिया है, जो निम्नलिखित हैं:

  1. यमुना की शुद्धि, ताकि यमुना का जल निर्मल हो सके और भक्त बांके बिहारी का स्नान कर सकें.
  2. ब्रज धाम का पूर्व स्वरूप सुरक्षित रहे, ब्रज की रज और मंदिरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो.
  3. सामाजिक समरसता की स्थापना हो.
  4. भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए.
  5. विचारों की क्रांति हो, तलवारों की नहीं.
  6. लव जिहाद पर रोक लगाई जाए.
  7. गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए और गो अभ्यारण्य की स्थापना की जाए.


पदयात्रा का अगला कार्यक्रम

बागेश्वर धाम पदयात्रा के अगले पड़ाव

  • 9 नवंबर: बल्लभगढ़ मंडी से सीकरी के डॉ. एच.एन. अग्रवाल धर्मशाला + ध्रुव गार्डन
  • 10 नवंबर: पृथला के बाघोंला अडानी पेट्रोल पंप से पलवल के गवर्नमेंट हाई स्कूल
  • 11 नवंबर: पलवल के शुगर मिल से मीठा गांव (प्रधान जी की भूमि)
  • 12 नवंबर: होडल मंडी से वनचारी (JBM)
  • 13 नवंबर: कोट-1 बॉर्डर (सेल्स टैक्स) से कोसी मंडी
  • 14 नवंबर: वेकमेट इंडिया कंपनी के सामने से गुप्ता टेंट एंड छाता बिलौठी
  • 15 नवंबर: यादव हरियाणा ढाबा से जैत के राधा गोविंद जी मंदिर
  • 16 नवंबर: छठीकरा के चार धाम से वृंदावन के श्री बांके बिहारी जी मंदिर.