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बागेश्वर बाबा की पदयात्रा: मथुरा में 13 नवंबर को पहुंचेगी

बागेश्वर बाबा की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 7 नवंबर को दिल्ली से शुरू हुई और 13 नवंबर को मथुरा पहुंचेगी। यह यात्रा 170 किमी की दूरी तय कर रही है और इसमें विभिन्न वर्गों का समर्थन मिल रहा है। जानें इस यात्रा के पांचवें पड़ाव और सुरक्षा इंतजामों के बारे में।
 

बागेश्वर बाबा की पदयात्रा की शुरुआत

बागेश्वर बाबा


बागेश्वर बाबा की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का आरंभ 7 नवंबर को दिल्ली के छतरपुर स्थित कात्यायनी मंदिर से हुआ। यह यात्रा, जो 10 दिनों तक चलेगी, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा शुरू की गई है। यात्रा की कुल दूरी 170 किमी है, जो वृंदावन के श्री बांके बिहारी मंदिर पर समाप्त होगी। वर्तमान में, यह यात्रा हरियाणा में है और आज 11 नवंबर को इसका पांचवां पड़ाव है।


पदयात्रा के पांचवें दिन, यह पलवल शुगर मिल में भोजन के लिए रुकेगी और फिर आगे बढ़ेगी।


पदयात्रा का पांचवां पड़ाव

11 नवंबर को, पदयात्रा का पांचवां पड़ाव पलवल शुगर मिल में भोजन विश्राम के रूप में होगा, और रात्रि विश्राम के लिए यह मीतरौल (प्रधान जी की भूमि) पर रुकेगी। 12 नवंबर की रात से 16 नवंबर की रात तक, मथुरा से दिल्ली की ओर जाने वाले राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। 13 नवंबर को, यह यात्रा मथुरा जिले में प्रवेश करेगी और 16 नवंबर को वृंदावन के चारधाम पर समाप्त होगी।


समर्थन का व्यापक आधार

धीरेंद्र शास्त्री की इस पदयात्रा को विभिन्न वर्गों से समर्थन प्राप्त हो रहा है, और कई प्रमुख हस्तियां इसमें शामिल हो चुकी हैं। पदयात्रा का छठा पड़ाव 12 नवंबर को वनचारी (जे बी एम) में भोजन विश्राम के साथ होगा, इसके बाद रात्रि विश्राम के लिए यात्रा होडल मंडी में रुकेगी।


11 नवंबर को, यह यात्रा पलवल शुगर मिल से मीठा गांव तक चलेगी। मथुरा में इस पदयात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं, और बाबा बागेश्वर की पदयात्रा के मथुरा पहुंचने पर लाखों लोगों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।