×

बवासीर के घरेलू उपचार: जानें कैसे पाएं राहत

बवासीर एक आम समस्या है, लेकिन यह असाध्य नहीं है। उचित आहार, योग और कुछ घरेलू उपायों से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। इस लेख में, हम बवासीर के प्रकार, कारण और घरेलू उपचारों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। जानें कैसे आप अपने जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना सकते हैं और बवासीर से राहत पा सकते हैं।
 

बवासीर के घरेलू उपचार


बवासीर के प्रकार: बवासीर के दो मुख्य प्रकार होते हैं: आंतरिक बवासीर (खूनी बवासीर) और बाहरी बवासीर (कठोर बवासीर)। कुछ लोगों में बड़े बवासीर पर मस्से भी विकसित हो जाते हैं, जिन्हें वर्टी बवासीर कहा जाता है। लोग अक्सर शर्म और हिचकिचाहट के कारण अपनी समस्याओं को साझा करने से कतराते हैं। लेकिन बवासीर एक असाध्य रोग नहीं है। उचित उपाय, संतुलित आहार, योगाभ्यास और कुछ घरेलू उपचारों से इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। बवासीर बहुत दर्दनाक होती है, जिससे शौच और चलने-फिरने में कठिनाई होती है। जितनी जल्दी उपचार किया जाए, उतनी ही जल्दी राहत मिलती है। आयुर्वेद में बवासीर का उपचार उपलब्ध है। आइए इसके बारे में और जानें।



बवासीर क्या है?
आयुर्वेद में बड़े बवासीर को 'अर्श' कहा जाता है। इस स्थिति में, गुदा के चारों ओर की नसें सूज जाती हैं और मस्सों की तरह बाहर निकल आती हैं। ये मस्से कभी अंदर (आंतरिक बवासीर) रहते हैं और कभी बाहर (बाहरी बवासीर) निकल आते हैं। बवासीर का मुख्य कारण लगातार कब्ज रहना है। जब आप शौच के लिए लंबे समय तक टॉयलेट पर बैठते हैं और जोर लगाते हैं, तो इससे नसों पर दबाव बढ़ता है। यह लगातार होने वाली समस्या बवासीर का कारण बनती है।


बवासीर के कारण
मसालेदार और जंक फूड का लगातार सेवन, टॉयलेट पर लंबे समय तक बैठना, पानी कम पीना, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना, गर्भावस्था और भारी वजन उठाना भी बवासीर के कारण बनते हैं। शुरुआत में बवासीर से ज्यादा परेशानी नहीं होती, लेकिन धीरे-धीरे दर्द, जलन, खुजली और खून आना शुरू हो जाता है। शौच के दौरान असुविधा इतनी बढ़ सकती है कि यह जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है।


बवासीर के घरेलू उपचार क्या हैं?
- यदि आप बवासीर से बचना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने आहार पर ध्यान दें। हर दिन फाइबर से भरपूर कुछ खाएं। हरी सब्जियाँ, सलाद, फल, दलिया और इसबगोल का सेवन करें।


- पर्याप्त मात्रा में पानी पीना न भूलें। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इससे मल कठोर नहीं होता। यह कब्ज से बचने का सबसे आसान तरीका है। बवासीर और कब्ज होने पर तले-भुने और मसालेदार खाद्य पदार्थों से बचें।


- इसके अलावा, दिन में दो से तीन बार गर्म पानी से Sitz bath लेना राहत प्रदान करता है। बस एक टब में गर्म पानी भरें और 10 से 15 मिनट तक बैठें, इससे सूजन और दर्द कम होता है।


- बवासीर पर नारियल का तेल और एलोवेरा जेल लगाना। इससे सूजन, जलन और खुजली में राहत मिलती है। रात में त्रिफला पाउडर लेना कब्ज से राहत दिलाता है। इसबगोल मल को नरम करता है।


- पीपल का दूध और अर्जुन की छाल का काढ़ा भी खून बहने को रोकने और नसों को मजबूत करने में मदद करता है। नीम और हल्दी का पेस्ट लगाने से मस्से सिकुड़ते हैं।


- अंजीर को रात भर भिगोकर सुबह खाना मल को निकालने में आसान बनाता है। अपने आहार में दही और छाछ शामिल करना भी फायदेमंद है, क्योंकि यह पाचन में सुधार करता है।


- इसके अलावा, लंबे समय तक बैठने से बचें। कुछ लोग टॉयलेट पर लंबे समय तक मोबाइल का उपयोग करते हैं। इससे बचें। नियमित योगाभ्यास करें। भारतीय टॉयलेट में बैठने की स्थिति सबसे अच्छी होती है, क्योंकि इससे गुदा पर कम दबाव पड़ता है।


PC Social Media