×

बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद पर मौलाना तौकीर रज़ा का बयान

बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। मौलाना तौकीर रज़ा ने भाजपा और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि मुसलमानों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई हो रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कार्रवाई नहीं की गई, तो मुसलमान सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। जानें इस विवाद के पीछे की कहानी और मौलाना की चिंताएं।
 

बरेली में गरमा-गरमी का माहौल


बरेली में 'आई लव मोहम्मद' के विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया है। इस मुद्दे पर हर दिन नए बयान सामने आ रहे हैं। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के नेता मौलाना तौकीर रज़ा खां ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा और सरकार पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि रसूले आज़म से 'आई लव मोहम्मद' कहना अब गुनाह बन गया है और इसके लिए मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि धर्म परिवर्तन के नाम पर एकतरफा कार्रवाई की जा रही है, जबकि मुस्लिम महिलाओं के धर्म परिवर्तन कराने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही।


धमकी और चेतावनी

तौकीर रज़ा ने यह भी कहा कि वे नहीं चाहते कि भारत में नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे हालात पैदा हों, क्योंकि वे अपने देश से प्रेम करते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि भारत में मुसलमानों की संख्या इन तीनों देशों की संयुक्त जनसंख्या से अधिक है। यदि मुसलमान सड़कों पर उतरते हैं, तो देश की स्थिति क्या होगी, इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा? इसलिए, उन्हें सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।


मुसलमानों पर अत्याचार का मुद्दा

तौकीर रज़ा ने यह भी कहा कि मुसलमानों पर अत्याचार करने वालों में गिरिराज सिंह का नाम भी शामिल है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक हफ्ते के भीतर ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वे सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे, और इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें जिम्मेदार होंगी। उन्होंने कहा कि उनकी चुप्पी को कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए और किसी भी मुसलमान को किसी भी धर्म के बारे में नकारात्मक टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।