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बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद: 81 गिरफ्तार, हिंसा की साजिश का खुलासा

बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद के चलते हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शनों में 81 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता मौलाना तौकीर रज़ा के करीबी सहयोगी को भी हिरासत में लिया गया है। रिपोर्टों के अनुसार, दंगों की योजना एक सप्ताह पहले से बनाई गई थी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं और उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और प्रशासन की कार्रवाई के बारे में।
 

बरेली में हिंसक विरोध प्रदर्शन का ताज़ा घटनाक्रम

बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद के चलते हुए हिंसक प्रदर्शनों में 81 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्टों के अनुसार, पथराव की घटना में मुख्य साजिशकर्ता मौलाना तौकीर रज़ा के करीबी सहयोगी डॉ. नफ़ीस को भी हिरासत में लिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस साजिश में बंगाल और बिहार के तीन व्यक्तियों का भी हाथ है। हाल ही में हुए खुलासों में यह बात सामने आई है कि हिंसा की योजना एक सप्ताह पहले से बनाई गई थी और इससे संबंधित संदेश सोशल मीडिया पर फैलाए गए थे। बताया जा रहा है कि दंगों की योजना 19 सितंबर से ही शुरू हो गई थी। बरेली के आज़मनगर में दंगों में शामिल होने के लिए कई लोग आए थे, और शाहजहाँपुर से भी दंगाइयों को बुलाया गया था。


पुलिस की कार्रवाई और स्थिति की समीक्षा

हिंसा के बाद बरेली में कई घरों में ताले लग गए हैं। पुलिस अब दोषियों को पकड़ने और सबूत इकट्ठा करने में जुटी है। शहर में सुरक्षा के मद्देनजर हाई अलर्ट जारी किया गया है, और जुमे की नमाज़ पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। हिंसक प्रदर्शनों के बाद पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है। डीआईजी बरेली, एके साहनी ने कहा कि स्थिति सामान्य है। पुलिस रूट मार्च और पैदल गश्त कर रही है, और सभी पक्षों से बातचीत की जा रही है। त्योहारों के दौरान सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ और जिला बल के साथ 10 कंपनियां तैनात की गई हैं। जनता से शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार मनाने की अपील की गई है। उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।


कानून व्यवस्था के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई

'आई लव मोहम्मद' विवाद के बीच, बरेली जिले के अधिकारियों ने कानून और व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है। बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मणिकंदन ए ने बताया कि पुलिस और जिला प्रशासन ने पिछले शुक्रवार की नमाज़ के बाद हुई घटनाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। इस साजिश के मुख्य आरोपियों की संपत्तियों को सील कर दिया गया है, जिसमें एक दो मंजिला दुकान भी शामिल है।