बढ़ते AQI के प्रभाव: सुरक्षित वॉक और एक्सरसाइज के लिए सही समय जानें
AQI के बढ़ते स्तर पर वॉक करने का सही समय
बढ़ते AQI के दौरान कब करें वॉक?
AQI, यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक, हवा में प्रदूषकों की मात्रा को दर्शाता है। जब इसका स्तर बढ़ता है, तो हवा की गुणवत्ता खराब मानी जाती है। हाल के दिनों में, वाहनों का धुआं, औद्योगिक उत्सर्जन, निर्माण कार्य की धूल और पराली जलाने के कारण AQI में वृद्धि हुई है। इसके अलावा, मौसमी बदलाव भी प्रदूषण को बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं। ठंड के मौसम में, हवा नीचे बैठ जाती है, जिससे प्रदूषक जमीन के करीब जमा हो जाते हैं। इस कारण से, लोगों को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
AQI का स्तर 0 से 50 के बीच अच्छा माना जाता है, 51 से 100 तक संतोषजनक, 101 से 200 तक मध्यम और 200 से ऊपर खराब श्रेणी में आता है। जब AQI 300 से अधिक हो जाता है, तो यह गंभीर स्थिति होती है, जिससे फेफड़ों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। बढ़ते AQI के कारण अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, गले में खराश, आंखों में जलन और सिरदर्द जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। विशेष रूप से बच्चे, बुजुर्ग और हृदय रोगियों पर इसका प्रभाव अधिक होता है। लंबे समय तक प्रदूषित हवा में रहने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी, थकान और इम्यून सिस्टम में कमी देखी जा सकती है।
बढ़ते AQI के दौरान किस समय करें बाहर वॉक या एक्सरसाइज?
लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल के डॉ. एल.एच. घोटेकर के अनुसार, जब AQI लगातार खराब हो रहा हो, तो सुबह 5 से 8 बजे के बीच वॉक या एक्सरसाइज से बचना चाहिए। इस समय हवा ठंडी और भारी होती है, जिससे प्रदूषक कण नीचे रह जाते हैं और सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।
डॉ. घोटेकर ने बताया कि दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच हवा में हलचल अधिक होती है और सूर्य की रोशनी प्रदूषक कणों को ऊपर उठाती है, जिससे हवा कुछ हद तक साफ होती है। यह समय आउटडोर वर्कआउट के लिए सुरक्षित माना जाता है। यदि AQI 200 से अधिक है, तो इनडोर एक्सरसाइज जैसे योग, स्किपिंग या हल्का कार्डियो करना बेहतर होगा। साथ ही, वॉक करते समय मास्क पहनना और पर्याप्त पानी पीना फेफड़ों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
इन बातों का ध्यान रखें
बाहर जाने से पहले अपने क्षेत्र का AQI जरूर चेक करें।
AQI 200 से ऊपर होने पर आउटडोर वर्कआउट न करें।
N95 या N99 मास्क पहनें ताकि प्रदूषक कण अंदर न जाएं।
घर में एयर प्यूरिफायर या पौधे जैसे स्नेक प्लांट, मनी प्लांट लगाएं।
तुलसी, अदरक, हल्दी और विटामिन सी युक्त चीजें खाएं, ये फेफड़ों को मजबूत बनाती हैं।
यदि सांस लेने में परेशानी हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।