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बंदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन, यात्रा समय में कमी

बंदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन हो चुका है, जो दिल्ली-एनसीआर से जयपुर की यात्रा को मात्र दो से ढाई घंटे में संभव बनाता है। यह 66.91 किलोमीटर लंबा मार्ग न केवल तेज और सुरक्षित यात्रा का अनुभव प्रदान करता है, बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को भी मजबूत करता है। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे आर्थिक विकास में भी सहायता मिलेगी। जानें इस नए मार्ग के बारे में और कैसे यह भारत के सड़क बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है।
 

बंदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे का महत्व

बंदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे अब जनता के लिए खुल गया है। यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करने और पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक साबित हो सकता है। अब दिल्ली-एनसीआर से जयपुर की दूरी केवल दो से ढाई घंटे में तय की जा सकती है। यह 66.91 किलोमीटर लंबा मार्ग यात्रियों को तेज, आरामदायक और सुरक्षित यात्रा प्रदान करता है। सभी सुरक्षा मानकों को पूरा करने के बाद, इसे 15 जुलाई को जनता के लिए खोला गया।


मार्ग विवरण और कनेक्टिविटी

यह खंड सोहना (हरियाणा) से लेकर मोजमाबाद (राजस्थान) तक फैला है और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक वरिष्ठ NHAI अधिकारी के अनुसार, सभी सुरक्षा मानकों और साइनबोर्ड्स के स्थापित होने के बाद इसे पूरी तरह से खोला गया।


लागत, उपयोग और गति सीमा

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, 66.91 किलोमीटर लंबे इस मार्ग का निर्माण 1,368 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। NHAI के अनुसार, नए मार्ग पर प्रतिदिन 15,000 से अधिक वाहन चल रहे हैं, और यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। एक्सप्रेसवे उच्च गति यात्रा के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा है।


एक्सप्रेसवे का प्रभाव

बंदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के साथ, भारत के सड़क बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया गया है। यह उच्च गति गलियारा हरियाणा के सोहना को राजस्थान के मोजमाबाद से जोड़ता है। यह आर्थिक विकास, तेज यात्रा और क्षेत्रीय एकीकरण का द्वार है।


यह एक्सप्रेसवे राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ दिल्ली-एनसीआर और जयपुर के बीच माल और यात्री परिवहन को सुगम बनाएगा। यात्री अब एक आरामदायक, दृश्यात्मक यात्रा का अनुभव कर सकते हैं, जो यात्रा के समय को काफी कम कर देता है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना का यह मार्ग उत्तरी और पश्चिमी भारत में कनेक्टिविटी को नया आकार देने के लिए तैयार है, जिससे हर किलोमीटर केवल सड़क का एक खंड नहीं, बल्कि प्रगति की ओर एक कदम बन जाता है।