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बंगाल में राज्यपाल और टीएमसी सांसद के बीच बढ़ता विवाद

पश्चिम बंगाल में राज्यपाल सीवी आनंद बोस और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया है। सांसद ने राज्यपाल के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जबकि राज्यपाल ने भी जवाबी कार्रवाई की है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि राजभवन में बम और बंदूकें रखी गई हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आएंगे, यह टकराव और बढ़ेगा। जानें इस राजनीतिक घमासान की पूरी जानकारी।
 

राज्यपाल और सांसद के बीच टकराव

राज्यपाल सीवी आनंद बोस और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी.

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। सांसद ने राज्यपाल के खिलाफ हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। यह शिकायत भारतीय न्याय संहिता की धारा 61, 152, 192, 196 और 353 के तहत की गई है।

राजभवन ने मंगलवार को श्रीरामपुर से टीएमसी सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। कल्याण बनर्जी पर सशस्त्र विद्रोह भड़काने का आरोप लगाया गया है, जिसके तहत बीएनएस की धारा 151, 152 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इसके अलावा, राज्यपाल के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए भारतीय न्याय संहिता की धारा 197 के तहत भी शिकायत की गई है। यह एक जवाबी शिकायत है।

राजभवन में बम और बंदूक के आरोप

यह विवाद कुछ दिन पहले शुरू हुआ, जब कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि राजभवन में बम और बंदूकें रखी गई हैं। इसके बाद, राजभवन ने बम निरोधक दस्ते को बुलाया और सीआईएसएफ तथा राज्य पुलिस को तलाशी के लिए लगाया। इसके बाद टीएमसी सांसद के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई।

हालांकि, आरोप पत्र में सीवी आनंद बोस का नाम, पता और पिता का नाम तो लिखा गया है, लेकिन उनके पद का उल्लेख नहीं किया गया है। शिकायत केवल सीवी आनंद बोस नाम के व्यक्ति के खिलाफ दर्ज की गई है। आरोप पत्र में कई वीडियो के लिंक भी शामिल हैं।

राज्यपाल के आरोप और टीएमसी का विरोध

राजभवन ने एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि यह नागरिक समाज के प्रतिनिधियों और पत्रकारों के लिए खुला रहेगा। यदि कल्याण बनर्जी का दावा झूठा साबित होता है, तो उन्हें बंगाल की जनता से माफी मांगनी होगी।

राज्यपाल और टीएमसी सांसद के बीच यह विवाद गहराता जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विधानसभा चुनाव के नजदीक आने पर यह टकराव और बढ़ेगा। राज्यपाल ने कहा है कि एसआईआर से अवैध मतदाताओं के नाम हटाए जाएंगे, जबकि टीएमसी लगातार इसका विरोध कर रही है।

भाजपा ने इस मुद्दे पर टीएमसी पर हमला किया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “तृणमूल खतरनाक है। पुलिस भी खतरनाक है। राज्यपाल ने राजभवन की गरिमा की रक्षा के लिए विशिष्ट धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती है, तो मैं केंद्रीय एजेंसी से शिकायत करूंगा।”

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