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फिजिक्सवाला IPO: 1.92 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ सफल समापन, 18 नवंबर को लिस्टिंग की तैयारी

फिजिक्सवाला का IPO 1.92 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ सफलतापूर्वक समाप्त हो गया है, जिसमें विभिन्न निवेशकों ने भाग लिया। कंपनी की लिस्टिंग 18 नवंबर को BSE और NSE पर होने वाली है। ग्रे मार्केट में शेयर प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। IPO से प्राप्त धन का उपयोग मार्केटिंग, नए सेंटर्स और सहायक कंपनी में निवेश के लिए किया जाएगा। जानें इस IPO के बारे में और भी महत्वपूर्ण जानकारी।
 

फिजिक्सवाला का IPO सफलतापूर्वक बंद

Physicswallah IPO: ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफॉर्म फिजिक्सवाला का सार्वजनिक इश्यू 1.92 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ समाप्त हो गया है। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 2.86 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए 0.51 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 1.14 गुना सब्सक्राइब किया गया। इसके अलावा, एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व हिस्से को 3.71 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। अब 18 नवंबर को BSE और NSE पर कंपनी की लिस्टिंग का इंतजार है।


ग्रे मार्केट से मिल रही जानकारी के अनुसार, फिजिक्सवाला का शेयर वर्तमान में 8 रुपये या 7.34 प्रतिशत प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। ग्रे मार्केट एक अनधिकृत बाजार है, जहां किसी कंपनी के शेयर उसकी लिस्टिंग से पहले ट्रेड होते हैं। कंपनी ने IPO से पहले एंकर इनवेस्टर्स से 1,562.85 करोड़ रुपये जुटाए थे।


₹3100 करोड़ का IPO


फिजिक्सवाला IPO के लिए प्राइस बैंड 103–109 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया था। 3480 करोड़ रुपये के IPO में 3100 करोड़ रुपये के 28.44 करोड़ नए शेयर जारी किए गए। इसके साथ ही 380 करोड़ रुपये के 3.49 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल भी रहा। फिजिक्सवाला के संस्थापक अलख पांडेय और प्रतीक बूब हैं। कंपनी में वेस्टब्रिज कैपिटल एलएलपी और हॉर्नबिल कैपिटल पार्टनर्स का भी निवेश है। फिजिक्सवाला ने मार्च 2025 में कॉन्फिडेंशियल रूट से IPO का ड्राफ्ट जमा किया था, जिसे SEBI ने जुलाई में मंजूरी दी थी। इसके बाद कंपनी ने सितंबर 2025 में अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस प्रस्तुत किया।


IPO के फंड का उपयोग


फिजिक्सवाला IPO में नए शेयरों के माध्यम से प्राप्त धन का उपयोग मार्केटिंग पहलों पर 710 करोड़ रुपये, मौजूदा ऑफलाइन और हाइब्रिड सेंटर्स के लिए लीज पेमेंट पर 548 करोड़ रुपये, नए सेंटर्स के लिए पूंजीगत व्यय पर 460 करोड़ रुपये, और सहायक कंपनी जाइलम लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड में निवेश के लिए 471 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा।


कंपनी ने जून 2025 की तिमाही में 152 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जबकि एक साल पहले यह घाटा ₹102.2 करोड़ था। हालांकि, कंपनी का राजस्व जून 2025 की तिमाही में सालाना आधार पर 33.3% बढ़कर 847 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। पूरे वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का घाटा घटकर 225.8 करोड़ रुपये रह गया, जबकि राजस्व 48.7% बढ़कर ₹2,886.6 करोड़ तक पहुंच गया।