फास्ट फूड के खतरनाक प्रभाव: छात्रा की मौत ने बढ़ाई चिंता
फास्ट फूड का बढ़ता सेवन और स्वास्थ्य पर प्रभाव
नई दिल्ली
हाल ही में एक छात्रा की फास्ट फूड के अत्यधिक सेवन के कारण हुई मौत ने समाज में चिंता की लहर पैदा कर दी है। आजकल की तेज़ जीवनशैली में फास्ट फूड बच्चों और युवाओं के आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता जा रहा है, लेकिन इसके गंभीर स्वास्थ्य प्रभावों को अक्सर अनदेखा किया जाता है। AIIMS के पूर्व निदेशक डॉ. एम मिश्रा ने इस विषय पर एक गंभीर चेतावनी दी है।
फास्ट फूड से उम्र में कमी
डॉ. मिश्रा ने बताया कि फास्ट फूड स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। इसके प्रभाव तुरंत नहीं दिखते, बल्कि यह धीरे-धीरे शरीर पर असर डालता है। लंबे समय तक फास्ट फूड का सेवन करने से व्यक्ति की उम्र लगभग 12 साल तक कम हो सकती है। यदि इसे अत्यधिक मात्रा में और लगातार खाया जाए, तो यह अंततः मृत्यु का कारण भी बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि फास्ट फूड के नुकसान का पता समय के साथ चलता है, जबकि प्रदूषित भोजन या गंदा पानी तुरंत स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
अमरोहा की घटना
अमरोहा में हुई एक घटना का उल्लेख करते हुए, डॉ. मिश्रा ने बताया कि एक बच्ची ने संभवतः प्रदूषित भोजन या पानी का सेवन किया था, जिसके कारण उसे टायफायड हो गया। प्रारंभ में सही उपचार न मिलने के कारण उसकी स्थिति बिगड़ गई, और अंततः पेट में अल्सर बन गया। इसके बाद उसकी आंत फट गई, जिससे शरीर में विष फैल गया और स्थिति गंभीर हो गई।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि जब बच्ची को AIIMS लाया गया, तब उसकी हालत बहुत खराब थी। प्रारंभिक स्तर पर टायफायड का सही उपचार न होने के कारण यह बीमारी जानलेवा बन गई।
लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें
डॉक्टरों का मानना है कि प्रदूषित भोजन के कारण बच्ची को टायफायड हुआ, जिसने बाद में गंभीर रूप ले लिया। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि वे स्वच्छता का ध्यान रखें, बाहर का गंदा खाना और पानी न लें, और किसी भी बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।