×

फारूक अब्दुल्ला ने मुस्लिम एकता की आवश्यकता पर जोर दिया

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मुहर्रम के अवसर पर मुस्लिमों के बीच एकता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने फिलिस्तीन और ईरान में चल रहे संघर्षों की सराहना करते हुए कहा कि मुसलमानों को अत्याचार के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। अब्दुल्ला ने कर्बला के बलिदान को याद करते हुए बताया कि यह संदेश आज भी प्रासंगिक है।
 

मुस्लिमों की एकता का आह्वान

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने विश्वभर के मुसलमानों के बीच एकता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने फिलिस्तीन और ईरान में चल रहे संघर्षों की सराहना करते हुए कहा कि मुसलमानों को अत्याचार और अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़नी चाहिए।


मुहर्रम की प्रक्रिया में भागीदारी

स्रीनगर के ज़दीबाल क्षेत्र में 10वें मुहर्रम की प्रक्रिया में भाग लेते हुए, अब्दुल्ला ने अपने पोते ज़मीर और ज़ाहिद के साथ मिलकर शोक मनाने वालों को पानी और जूस वितरित किया।


कर्बला का संदेश

अब्दुल्ला ने कर्बला में इमाम हुसैन के बलिदान पर प्रकाश डालते हुए कहा, "इस्लामी दुनिया और फिलिस्तीन तथा ईरान के साथ एकजुटता का संदेश यह है कि मुसलमानों को सभी बुराइयों के खिलाफ एकजुट होना चाहिए; तभी दुनिया में शांति आएगी।" उन्होंने कहा कि कर्बला ने हमें सत्य के मार्ग और मानवता के लिए मुसलमानों द्वारा किए गए बलिदानों का पाठ पढ़ाया है।


वर्तमान संदर्भ में कर्बला का महत्व

फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि कर्बला का संदेश आज भी प्रासंगिक है, जो अत्याचार और दमन के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कई मुस्लिम देशों को इस अन्याय के खिलाफ विश्व शक्तियों की चुप्पी के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।