फरीदाबाद में आतंकवाद का खुलासा: डॉक्टरों की संलिप्तता से हड़कंप
श्रीनगर में जैश मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर और फरीदाबाद में आतंक का खुलासा
श्रीनगर में जैश मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाए गए हैं, जबकि फरीदाबाद में आतंकवाद से जुड़ा एक बड़ा राज सामने आया है। 2900 किलो विस्फोटक और हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है। यह जानकर हैरानी होती है कि एक डॉक्टर, जिसे समाज में भगवान का दर्जा दिया जाता है, देश को नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहा था। कश्मीर के दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है; पहला डॉक्टर अदील, जो सहारनपुर से पकड़ा गया, और दूसरा डॉक्टर मुजम्मिल, जो कश्मीर घाटी से गिरफ्तार हुआ। इसके अलावा, एक महिला डॉक्टर को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया, जिसकी कार से AK-47 बरामद हुई।
जम्मू कश्मीर के डॉक्टर की आतंकवादी गतिविधियाँ
फरीदाबाद में एक किराए के कमरे में विस्फोटक सामग्री इकट्ठा की गई थी। अनंतनाग के जीएमसी अस्पताल में डॉक्टर अदिल अहमद का लॉकर खोला गया, जिसमें AK-47 मिली, जिसे देखकर पुलिस भी चौंक गई।
डॉक्टर से आतंकवादी बनने की कहानी
7 नवंबर को जम्मू कश्मीर पुलिस ने सहारनपुर से डॉक्टर अदिल अहमद रठार को गिरफ्तार किया। यह डॉक्टर जम्मू कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद का नेटवर्क स्थापित करने की कोशिश कर रहा था। जीएमसी अस्पताल का उपयोग आतंकियों की सहायता और हथियार छिपाने के लिए किया जा रहा था। पुलिस को तब शक हुआ जब उसने श्रीनगर में जैश मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाए। 28 अक्टूबर को इस मामले में केस दर्ज किया गया था। जांच के दौरान पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें डॉक्टर अदिल पोस्टर लगाते हुए दिखाई दिया।
जिहादी गतिविधियों में शामिल डॉक्टरों की सूची
डॉक्टर सबील अहमद, जो अल कायदा का सदस्य है, वर्तमान में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। एनआईए ने अगस्त 2020 में उसे दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। लंदन के ग्लासगो एयरपोर्ट पर हमले के मास्टरमाइंड के रूप में उसे ब्रिटेन से निर्वासित किया गया था।
2015 में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने अल कायदा के पैन इंडिया मॉड्यूल का खुलासा किया था, जिसमें कई आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। इनकी पूछताछ में डॉक्टर सबील अहमद का नाम सामने आया।
डॉ. मोहम्मद हनीफ़ को ऑस्ट्रेलिया में ब्रिटेन की साजिशों से जुड़े आरोप में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में आरोप हटा दिए गए।
डॉ. अदनान अली सरकार को आईएसआईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल मामले में गिरफ्तार किया गया था।
जेल मनोचिकित्सक मामले में एनआईए ने लश्कर-ए-तैयबा के एक अपराधी की मदद करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद को गुजरात एटीएस ने विध्वंसक गतिविधियों की साजिश रचने के आरोप में पकड़ा।
वैश्विक जिहादी गतिविधियों में डॉक्टरों की भूमिका
इससे पहले भी कई डॉक्टरों का नाम जिहादी गतिविधियों में सामने आया है। जैसे अयमान अल-ज़वाहिरी, जो अल-कायदा का प्रमुख था, और जॉर्ज हबश, जो PFLP के संस्थापक थे।