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फडणवीस ने राहुल गांधी को झूठा करार दिया, विपक्ष पर कसा तंज

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी को 'सीरियल झूठा' करार देते हुए विपक्ष के आरोपों का कड़ा खंडन किया। उन्होंने कहा कि झूठ का कोई आधार नहीं होता और यह अंततः ढह जाता है। फडणवीस ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव जीतने के लिए जनता का विश्वास जीतना जरूरी है। इस बीच, शिवसेना नेता संजय राउत ने भाजपा सरकार पर वोट चोरी के आरोप लगाए हैं। जानें इस विवाद की पूरी कहानी।
 

मुख्यमंत्री का कड़ा जवाब

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और मतदान में धांधली के आरोपों को लेकर विपक्ष के दावों का जोरदार खंडन किया। उन्होंने राहुल गांधी को "सीरियल झूठा" बताते हुए कहा कि वह बिना किसी ठोस आधार के झूठ फैलाते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, फडणवीस ने कहा कि राहुल गांधी लगातार झूठ बोलते हैं, लेकिन उनका कोई आधार नहीं होता और अंततः यह झूठ ढह जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल को यह समझना चाहिए कि जनता के बीच जाकर विश्वास और वोट जीतना आवश्यक है।


विपक्ष पर कटाक्ष

फडणवीस ने मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरी का हवाला देते हुए कहा, "दिल बहलाने के लिए ख़याल अच्छा है ग़ालिब," यह दर्शाते हुए कि विपक्ष के बयान केवल अपने समर्थकों को संतुष्ट करने के लिए हैं। उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे और विपक्ष पर विधानसभा चुनावों में "वोट चोरी" का आरोप लगाने के लिए अप्रत्यक्ष रूप से हमला किया। उनका कहना था कि झूठ बोलकर और लोगों का अपमान करके चुनाव नहीं जीते जा सकते।


राज ठाकरे के आरोपों का संदर्भ

फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा कि विपक्ष केवल अपने दिल को तसल्ली देने की कोशिश कर रहा है और अपने कार्यकर्ताओं को यह बताने का प्रयास कर रहा है कि वे वास्तव में जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक विपक्ष अपनी हार पर आत्मचिंतन नहीं करेगा, तब तक वह जीत नहीं सकता। यह टिप्पणी राज ठाकरे द्वारा राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों का समर्थन करने के बाद आई है।


शिवसेना नेता का बयान

इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार वोट चोरी के माध्यम से सत्ता में आई है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा अब राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उठाया जा रहा है। राउत ने पत्रकारों से कहा कि वोट चोरी का मुद्दा पिछले 8 महीनों से महाराष्ट्र में चर्चा का विषय है। यह मुद्दा उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस द्वारा उठाया गया था।