प्रियंका चतुर्वेदी ने पी चिदंबरम की टिप्पणियों का किया खंडन, पाकिस्तान की संलिप्तता पर जताई चिंता
शिवसेना सांसद का बयान
शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सोमवार को पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम की टिप्पणियों का खंडन करते हुए कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान की भूमिका के लिए किसी सबूत की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने पहले भी पाकिस्तान की संलिप्तता के कई उदाहरण पेश किए हैं। चतुर्वेदी ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का समर्थन किया है, जो इस बात का प्रमाण है।
टीआरएफ की जिम्मेदारी
टीआरएफ ने एक पोस्ट में पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि उनका अकाउंट हैक हो गया था। प्रियंका चतुर्वेदी ने एएनआई से बातचीत में कहा कि चिदंबरम पूर्व गृह मंत्री रह चुके हैं और उन्होंने कई मंत्रालयों में कार्य किया है। भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले 70 वर्षों में कई युद्ध हुए हैं और हमने उनकी आतंकी गतिविधियों का सामना किया है।
चतुर्वेदी का स्पष्ट बयान
प्रियंका चतुर्वेदी ने स्पष्ट किया कि लोगों को सबूत की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सब पाकिस्तान की करतूत है, जो न तो खुद तरक्की कर सका है और न ही चाहता है कि कोई और ऐसा करे। दूसरी ओर, शिवसेना के नेता संजय राउत ने चिदंबरम के बयान का समर्थन करते हुए गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की।
चिदंबरम का विवादास्पद बयान
27 जुलाई को एक समाचार आउटलेट को दिए गए साक्षात्कार में, पी चिदंबरम ने कहा था, "जहाँ तक हम जानते हैं, वे घरेलू आतंकवादी हो सकते हैं। आप यह क्यों मान लेते हैं कि वे पाकिस्तान से आए थे? इसका कोई सबूत नहीं है।" उन्होंने पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों पर भी सवाल उठाए।