प्राचीन मंदिर का रहस्य: सातवें दरवाजे का खुलना और संभावित प्रलय
पद्मनाभस्वामी मंदिर, जो केरल में स्थित है, अपने रहस्यमय सातवें दरवाजे के लिए प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि इस दरवाजे के खुलने पर प्रलय आ सकता है। इस मंदिर की संपत्ति 1,32,000 करोड़ रुपये है, और इसके दरवाजे खोलने की मांग बढ़ रही है। जानें इस मंदिर के रहस्यों और मान्यताओं के बारे में, और क्यों इसे खोलना खतरनाक माना जाता है।
Jul 19, 2025, 23:19 IST
मंदिर का रहस्य और मान्यताएँ
हर प्राचीन मंदिर अपने साथ कई रहस्यमय कहानियाँ और मान्यताएँ लेकर आता है। एक ऐसा मंदिर है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसका सातवाँ दरवाजा खुलते ही प्रलय आ जाएगा।
आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में:
- यह मंदिर केरल के तिरुवनन्तपुरम में स्थित है।
- इसका नाम पद्मनाभस्वामी मंदिर है।
- यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।
- भगवान विष्णु की प्रतिमा गर्भगृह में स्थापित है।
- भगवान विष्णु शेषनाग पर शयन अवस्था में विराजमान हैं।
- इस मंदिर के कई रहस्य हैं।
- यह दुनिया का सबसे धनी मंदिर माना जाता है।
- इसकी कुल संपत्ति लगभग 1,32,000 करोड़ रुपये है।
- त्रावणकोर में 1947 तक राजाओं का शासन था।
- भारत के स्वतंत्रता के बाद भी इस मंदिर पर सरकार का अधिकार नहीं था।
- मंदिर की देखभाल शाही परिवार द्वारा की जाती है।
- जनता की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने 6 दरवाजे खोलने की अनुमति दी।
- इन दरवाजों से 1,32,000 करोड़ रुपये के सोने के जेवर निकले हैं।
- सातवाँ दरवाजा सबसे रहस्यमय है, जिसके खुलने पर प्रलय की आशंका है।
- इस दरवाजे पर कोई कुंडी नहीं है, केवल दो सर्पों का चित्र है।
- यह दरवाजा केवल मंत्रोच्चारण से खुल सकता है।
- ‘गरुड़ मंत्र’ का उच्चारण किसी सिद्ध व्यक्ति द्वारा करना होगा।
- मंत्र का उच्चारण गलत होने पर उस व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
- त्रावणकोर राजपरिवार के मुखिया ने कहा है कि इस दरवाजे को नहीं खोलना चाहिए।
प्राचीन वस्तुओं को रहस्यमय तरीकों से सुरक्षित रखा जाता था। ऐसे में, सातवें दरवाजे के रहस्य को जानने की इच्छा तो सभी को है, लेकिन इसे खोलना अनुचित हो सकता है।
इस दरवाजे का बंद रहना सभी के लिए सुरक्षित है, जबकि इसके खुलने पर संभावित खतरे हो सकते हैं।