प्रशांत किशोर ने सम्राट चौधरी पर नाबालिग होने का झूठा दावा करने का आरोप लगाया
प्रशांत किशोर ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उच्चतम न्यायालय में नाबालिग होने का झूठा दावा किया है, जिससे वह एक पुरानी हत्या के मामले से बचने की कोशिश कर रहे हैं। किशोर ने चौधरी की तत्काल बर्खास्तगी की मांग की है और कहा है कि यदि कार्रवाई नहीं की गई, तो जनता के सामने उनकी सच्चाई उजागर हो जाएगी। इस मामले में चौधरी की उम्र को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं।
Sep 29, 2025, 16:55 IST
सम्राट चौधरी पर गंभीर आरोप
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार को यह आरोप लगाया कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने उच्चतम न्यायालय में नाबालिग होने का गलत दावा करके एक पुरानी हत्या के मामले से बचने की कोशिश की। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किशोर ने कहा कि चौधरी द्वारा 2020 में राज्य विधान परिषद के लिए चुनाव के समय प्रस्तुत हलफनामा, सर्वोच्च न्यायालय में उनके पहले के दावे के विपरीत है। उन्होंने चौधरी की "तत्काल बर्खास्तगी" की मांग की।
नीतीश कुमार की सरकार में वित्त जैसे महत्वपूर्ण विभाग का प्रभार संभाल रहे पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चौधरी इस समय टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे। किशोर ने कहा, "हम चौधरी की बर्खास्तगी के लिए दबाव बनाने हेतु कल राज्यपाल से मिलने का समय मांगेंगे। हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सहयोगी भाजपा से भी अनुरोध करते हैं कि वे तुरंत कार्रवाई करें, अन्यथा जनता के सामने उनकी सच्चाई उजागर हो जाएगी।" उन्होंने यह भी कहा कि चौधरी पर "1995 में मुंगेर जिले के तारापुर में छह लोगों की हत्या के मामले में मुकदमा चलाया गया था।"
जन सुराज पार्टी के संस्थापक ने आगे कहा, "चौधरी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि जब सामूहिक हत्या हुई थी, तब उनकी उम्र केवल 14 वर्ष थी। इसलिए उन्हें छोड़ दिया गया क्योंकि नाबालिगों पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता।" किशोर ने आरोप लगाया, "यदि हम चौधरी के 2020 के हलफनामे को देखें, तो उन्होंने उस समय अपनी उम्र 51 वर्ष बताई है। इस हिसाब से, 1995 में उनकी उम्र 20 वर्ष थी, जो उन्हें अभियोजन के लिए जिम्मेदार बनाती है।"