प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को दी चुनौती, राजनीति से संन्यास का किया वादा
प्रशांत किशोर, जो हाल ही में चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने हैं, ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि यदि नीतीश कुमार अपने वादे के अनुसार 1.5 करोड़ महिलाओं को 2 लाख रुपये देते हैं, तो वह राजनीति छोड़ देंगे। किशोर ने जेडी(यू) पर आरोप लगाया कि उनकी जीत वोटों की खरीद से हुई है। जानें इस राजनीतिक संघर्ष की पूरी कहानी और किशोर के भविष्य की योजनाएं।
Nov 18, 2025, 20:10 IST
प्रशांत किशोर की चुनौती
चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर, जिनकी जन सुराज पार्टी को पहले चुनाव में ही बड़ी हार का सामना करना पड़ा, ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर फिर से हमला बोला है। हार के बाद अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए, किशोर ने पार्टी के प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली, लेकिन यह भी कहा कि यह हार उन्हें राजनीति से हटने के लिए मजबूर नहीं करेगी।
नीतीश कुमार को दी गई शर्त
किशोर ने जेडी(यू) सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यदि राज्य 1.5 करोड़ महिलाओं को 2-2 लाख रुपये देने का वादा पूरा करता है, तो वह राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने कहा, "लोग मेरे उस बयान पर चर्चा कर रहे हैं जिसमें मैंने कहा था कि जेडी(यू) मुश्किल से 25 सीटें जीतेगी, मैं उस पर कायम हूँ।" किशोर ने यह भी कहा कि अगर नीतीश कुमार अपने वादे के अनुसार पैसे देते हैं और यह साबित करते हैं कि उनकी जीत किसी प्रलोभन से नहीं हुई है, तो वह राजनीति छोड़ देंगे।
सीटों की खरीद का आरोप
चुनावों से पहले, किशोर ने कहा था कि यदि जेडी(यू) 25 से अधिक सीटें जीतती है, तो वह संन्यास ले लेंगे। उन्होंने मंगलवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी की सीटें केवल इसलिए बढ़ीं क्योंकि हर निर्वाचन क्षेत्र में 60,000 से अधिक लोगों को 10,000 रुपये दिए गए। किशोर ने कहा, "नीतीश कुमार और उनकी जीत के बीच एकमात्र चीज़ है, वह है 10,000 रुपये प्रति विधानसभा सीट पर लगभग 60,000 वोटों की खरीद। सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि यह वोट खरीदने की प्रक्रिया थी या कोई वैध कल्याणकारी योजना।"
चुनाव परिणाम
किशोर के अनुमान के विपरीत, जेडी(यू) ने 101 सीटों पर चुनाव लड़कर 85 सीटें जीतीं, जबकि एनडीए की सहयोगी भाजपा ने 89 सीटें हासिल कीं। जन सुराज पार्टी ने सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन वह अपना खाता भी नहीं खोल पाई।