प्रशांत किशोर का नीतीश कुमार पर बड़ा बयान: क्या बदलने वाला है बिहार का राजनीतिक परिदृश्य?
प्रशांत किशोर का चौंकाने वाला दावा
बिहार विधानसभा चुनाव की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के राजनीतिक भविष्य को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इस बार 10वीं बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के बाद नीतीश कुमार बीजेपी को छोड़ने का अप्रत्याशित निर्णय ले सकते हैं।
बिहार की राजनीतिक स्थिति
बिहार की राजनीति पिछले 35 वर्षों से गठबंधन पर आधारित रही है, जिसमें हर चुनाव में दो प्रमुख गठबंधनों के बीच मुकाबला होता है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि नीतीश कुमार इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। हालांकि, उनके इस बयान को गंभीरता से नहीं लिया गया है, लेकिन उनकी चुनावी रणनीति के कारण लोग उनकी बातों को पूरी तरह से खारिज नहीं कर रहे हैं।
नीतीश कुमार की स्थिति
प्रशांत किशोर, जो अब जन सुराज पार्टी के संस्थापक हैं, ने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है। उनका मानना है कि 60 से 62 प्रतिशत लोग परिवर्तन के लिए वोट देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जेडीयू और बीजेपी को एंटी इनकम्बेंसी का सामना करना पड़ रहा है और नीतीश कुमार की नेतृत्व क्षमता कमजोर हो रही है।
प्रशांत किशोर के दावे
प्रशांत किशोर ने तीन प्रमुख दावे किए हैं: पहला, नीतीश कुमार इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे; दूसरा, जेडीयू 25 से अधिक सीटें नहीं जीत पाएगी; और तीसरा, नीतीश कुमार चुनाव के बाद गठबंधन बदल सकते हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
नीतीश कुमार के समर्थकों ने प्रशांत किशोर के दावों को चुनौती दी है, यह कहते हुए कि जेडीयू अपनी जातिगत आधार शक्ति बनाए रखेगी। वहीं, बीजेपी के नेताओं का मानना है कि प्रशांत किशोर की एंट्री से विरोधी ध्रुव को ताकत मिल सकती है, लेकिन वे अपने संगठन और वोट बैंक की मजबूती पर भरोसा कर रहे हैं।
बिहार की राजनीतिक भविष्यवाणी
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। वहीं, बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि प्रशांत किशोर कुछ नया नहीं कह रहे हैं और बिहार की जनता इस बार नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करेगी।