प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सांसदों को दिए निर्देश
स्वदेशी मेलों का आयोजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजग सांसदों से आग्रह किया है कि वे भारत में निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी मेलों का आयोजन करें और जीएसटी दरों में कटौती के संबंध में व्यापारियों से संवाद करें। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने जीएसटी सुधारों पर एक बैठक में एनडीए सांसदों को निर्देश दिया कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में 20 से 30 व्यापारी सम्मेलन आयोजित करें, ताकि व्यापारी और दुकानदार जीएसटी के लाभों और सुधारों के बारे में जान सकें।
नवरात्रि से दिवाली तक स्वदेशी उत्पादों का प्रचार
मोदी ने कहा कि नवरात्रि से लेकर दिवाली तक भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए 'स्वदेशी मेलों' का आयोजन किया जाना चाहिए। प्रत्येक सांसद को अपने क्षेत्र में एक प्रदर्शनी आयोजित करनी चाहिए, जिसका थीम होगा: "गर्व से कहो ये स्वदेशी है"। इस प्रदर्शनी में स्थानीय कारीगरों, सूक्ष्म और लघु उद्योगों और स्वदेशी उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा।
शिक्षकों और छात्रों से स्वदेशी उत्पादों का प्रचार
इससे पहले, मोदी ने शिक्षकों और छात्रों से स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्कूलों में स्वदेशी दिवस या स्वदेशी सप्ताह जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। मोदी ने सुझाव दिया कि छात्रों को स्वदेशी उत्पादों को घर से लाने के लिए प्रेरित किया जाए और उन पर चर्चा की जाए।
हर घर और दुकान के बाहर स्वदेशी उत्पादों का प्रचार
मोदी ने कहा कि हर घर और दुकान के बाहर 'हर घर स्वदेशी' के बोर्ड लगाए जाने चाहिए। उन्होंने जीएसटी ढांचे में किए गए सुधारों की सराहना की और कहा कि जीएसटी 2.0 भारत के लिए समर्थन और वृद्धि की 'दोहरी खुराक' है। उनकी यह टिप्पणी जीएसटी व्यवस्था में व्यापक पुनर्गठन के एक दिन बाद आई है, जिसमें जीएसटी परिषद ने अप्रत्यक्ष कर के केवल दो स्लैब रखने का निर्णय लिया।