प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में विकास और सुरक्षा पर जोर दिया
बिहार में प्रधानमंत्री का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के गया में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में देश के संकल्पों की चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों का सफाया किया। कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद, मोदी ने बिहार को "चाणक्य और चंद्रगुप्त मौर्य की भूमि" बताते हुए कहा कि यहां के संकल्प हमेशा समय पर पूरे होते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला किया।
बिहार के विकास पर जोर
मोदी ने कहा कि बिहार का तेज़ विकास केंद्र की एनडीए सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों में पुरानी समस्याओं का समाधान किया गया है और नई प्रगति के रास्ते खोले गए हैं। उन्होंने याद दिलाया कि लालटेन राज के दौरान यह क्षेत्र माओवादियों के आतंक से ग्रस्त था, जिससे शाम के बाद यात्रा करना मुश्किल हो जाता था। गया जैसे शहर अंधेरे में डूबे रहते थे और हजारों गांवों में बिजली नहीं थी।
विपक्ष पर हमला
प्रधानमंत्री ने कहा कि आरजेडी और उनके सहयोगी केवल बिहार के लोगों को वोट बैंक मानते थे। उन्होंने कांग्रेस के एक पूर्व मुख्यमंत्री का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने बिहार के लोगों को अपने राज्य में घुसने से मना किया था। मोदी ने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी की सरकारों ने कभी भी जनता के पैसों की कद्र नहीं की।
भ्रष्टाचार और अवैध प्रवासियों पर चिंता
मोदी ने कहा कि देश में अवैध प्रवासियों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में जनसांख्यिकी तेजी से बदल रही है। एनडीए सरकार ने यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि अवैध प्रवासी बिहार के लोगों के रोजगार पर असर न डालें। उन्होंने एक जनसांख्यिकी मिशन शुरू करने का प्रस्ताव रखा है, जो जल्द ही कार्यान्वित होगा।