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प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार चुनाव में विपक्ष पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान अररिया में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने विपक्ष, विशेषकर राजद और कांग्रेस, पर घुसपैठियों को संरक्षण देने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। मोदी ने कहा कि पिछली सरकारें खुद को सम्राट समझती थीं, जबकि असली मालिक जनता है। उन्होंने 1990 के दशक की राजद सरकारों को अराजकता और भ्रष्टाचार का जिम्मेदार ठहराया और भाजपा के विकास के वादों को मजबूत करने का प्रयास किया। जानें उनके संबोधन की और भी महत्वपूर्ण बातें।
 

प्रधानमंत्री का विपक्ष पर हमला

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अररिया में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पर घुसपैठियों को संरक्षण देने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। मोदी ने कहा कि विपक्षी दल राष्ट्र के हितों की रक्षा करने के बजाय "घुसपैठियों को बचाने" में लगे हुए हैं।


राजद और कांग्रेस पर आरोप

प्रधानमंत्री ने कहा कि राजद और कांग्रेस के लोग घुसपैठियों की रक्षा के लिए झूठ फैलाते हैं और राजनीतिक दौरे निकालते हैं। यह बयान इंडिया ब्लॉक द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच आया। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकारें खुद को सम्राट समझती थीं, जबकि उनका पद और अधिकार पूरी तरह से जनता के कारण है।


जनता को संबोधित करते हुए

मोदी ने कहा कि जंगल राज चलाने वाले लोग खुद को माई-बाप मानते थे, लेकिन असली मालिक जनता है। उनका यह बयान बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 121 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के दौरान आया। उनका उद्देश्य भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विकास और कानून-व्यवस्था के वादों को मजबूत करना था।


1990 के दशक की सरकारों पर निशाना

प्रधानमंत्री मोदी ने 1990 के दशक में राजद के नेतृत्व वाली सरकारों पर बिहार को अराजकता और भ्रष्टाचार की ओर धकेलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "आपके दादा-दादी के एक वोट ने बिहार को सामाजिक न्याय की धरती बनाया था, लेकिन फिर राजद का जंगल राज आया।" उन्होंने भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) सरकार द्वारा सुशासन और विकास के प्रयासों की तुलना की। मोदी ने अपनी रैली में भारी भीड़ की प्रशंसा की और इसे चुनाव परिणाम का संकेत बताया।