प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी सुधारों की घोषणा की, 'जीएसटी बचत उत्सव' की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित करते हुए आगामी जीएसटी सुधारों की घोषणा की, जो 22 सितंबर से लागू होंगे। उन्होंने इसे 'जीएसटी बचत उत्सव' का नाम दिया और इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान का एक महत्वपूर्ण कदम बताया। नए सुधारों के तहत, जीएसटी की दरें 5% और 18% होंगी, जिससे आवश्यक वस्तुएं सस्ती होंगी। पीएम ने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की और एमएसएमई की भूमिका पर जोर दिया। जानें इस उत्सव के लाभ और इसके पीछे की सोच।
Sep 21, 2025, 17:43 IST
प्रधानमंत्री का राष्ट्र को संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशवासियों को संबोधित करते हुए आगामी नेक्स्ट-जेनरेशन जीएसटी सुधारों की जानकारी दी, जो सोमवार, 22 सितंबर से लागू होंगे। उन्होंने इस महत्वपूर्ण पहल को 'जीएसटी बचत उत्सव' का नाम दिया और इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
जीएसटी बचत उत्सव का शुभारंभ
नवरात्रि के अवसर पर ये नए जीएसटी सुधार लागू हो रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह उत्सव गरीबों, मध्यम वर्ग, युवाओं और व्यापारियों के लिए लाभकारी होगा। उन्होंने बताया कि इन सुधारों से लोगों की बचत में वृद्धि होगी और वे अपनी पसंदीदा चीजें आसानी से खरीद सकेंगे, जिससे त्योहारी मौसम में सभी के चेहरे पर खुशी आएगी। उन्होंने सभी देशवासियों को इन सुधारों के लिए बधाई दी और विश्वास जताया कि ये सुधार भारत की आर्थिक प्रगति को तेज करेंगे, व्यापार को सरल बनाएंगे और हर राज्य को विकास में समान भागीदार बनाएंगे।
जीएसटी सुधारों की सतत प्रक्रिया
प्रधानमंत्री ने 2017 में लागू मूल जीएसटी सुधारों का उल्लेख किया, जिसने देश को जटिल कर प्रणाली से मुक्त किया। उन्होंने कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद, उनकी सरकार ने सभी हितधारकों और राज्यों के साथ चर्चा कर जीएसटी को प्राथमिकता दी, जिससे यह ऐतिहासिक कर सुधार संभव हो सका। पीएम ने बताया कि सुधार एक सतत प्रक्रिया है, और वर्तमान एवं भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नेक्स्ट-जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स पेश किए जा रहे हैं। नए सुधारों के तहत, जीएसटी की केवल दो प्रमुख दरें 5% और 18% लागू होंगी, जिससे रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं अधिक सस्ती हो जाएंगी।
आत्मनिर्भरता और स्वदेशी पर जोर
अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने 'आत्मनिर्भर भारत' के सिद्धांत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वतंत्रता संग्राम को 'स्वदेशी' के मंत्र से बल मिला, उसी प्रकार देश की समृद्धि को भी स्वदेशी से शक्ति मिलेगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे 'मेड इन इंडिया' उत्पाद खरीदें, जिनमें देश के युवाओं की मेहनत शामिल हो। पीएम ने यह भी बताया कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने में एमएसएमई (MSMEs) की महत्वपूर्ण भूमिका है।