प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवादियों को दी चेतावनी, विकास परियोजनाओं का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवादियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे कहीं भी छिपें, लेकिन बख्शे नहीं जाएंगे। अहमदाबाद में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदना व्यक्त की। मोदी ने गुजरात की धरती के महत्व और आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता पर भी प्रकाश डाला। जानें उनके विचार और योजनाओं के बारे में।
Aug 25, 2025, 19:19 IST
प्रधानमंत्री मोदी का सख्त संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आतंकवादियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि वे कहीं भी छिप जाएं, लेकिन उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर भी प्रकाश डाला। अहमदाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आतंकवादियों और उनके आकाओं को नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि दुनिया ने देखा है कि हमने पहलगाम हमले का प्रतिशोध कैसे लिया।
विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
मोदी ने 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिसमें 530 करोड़ रुपये की लागत वाली 65 किलोमीटर महेसाणा-पालनपुर रेल लाइन का दोहरीकरण, 860 करोड़ रुपये की लागत वाली 37 किलोमीटर कलोल-कदी-कटोसन रोड रेल लाइन और 40 किलोमीटर बेचराजी-रानुज रेल लाइन का आमान परिवर्तन शामिल है।
गणेश उत्सव और प्राकृतिक आपदाएं
प्रधानमंत्री ने कहा कि देशभर में गणेश उत्सव का अद्भुत उत्साह है। गणपति बप्पा के आशीर्वाद से गुजरात में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है। उन्होंने मानसून के दौरान भारी बारिश के कारण उत्पन्न चुनौतियों का भी उल्लेख किया और प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह प्राकृतिक प्रकोप मानवता के लिए एक चुनौती बन गया है और केंद्र सरकार राहत कार्यों में जुटी हुई है।
गुजरात की धरती का महत्व
मोदी ने गुजरात की धरती को दो महान व्यक्तित्वों का घर बताया - एक सुदर्शन चक्रधारी मोहन, द्वारकाधीश श्री कृष्ण और दूसरे चरखाधारी मोहन, महात्मा गांधी। उन्होंने कहा कि इन दोनों के मार्गदर्शन में भारत निरंतर सशक्त हो रहा है। सुदर्शन चक्रधारी मोहन ने हमें समाज और देश की रक्षा करना सिखाया है।
आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम आतंकवादियों और उनके आकाओं को नहीं छोड़ते, चाहे वे कहीं भी छिपे हों। उन्होंने पहलगाम हमले का प्रतिशोध लेने का उदाहरण दिया, जिसमें केवल 22 मिनट में आतंकवादियों को समाप्त कर दिया गया। मोदी ने कहा कि यह ऑपरेशन सिंदूर हमारी सेना के साहस और भारत की इच्छाशक्ति का प्रतीक है।