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प्रधानमंत्री मोदी ने IMC 2025 का उद्घाटन किया, 6G और AI पर चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 का उद्घाटन किया, जो 8 से 11 अक्टूबर तक चलने वाला है। इस इवेंट में 6G, AI, और साइबर सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी। 400 से अधिक कंपनियों और 1.5 लाख विजिटर्स की भागीदारी के साथ, यह कार्यक्रम भारत की तकनीकी साझेदारी को मजबूत करेगा। जानें इस इवेंट के बारे में और क्या खास होने वाला है।
 

IMC 2025 का उद्घाटन

Pm Narendra Modi Imc 2025Image Credit source: IMC/X/File Photo


IMC 2025 का उद्घाटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सबसे बड़े तकनीकी कार्यक्रम, इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 का उद्घाटन किया है। इस वर्ष की थीम 'Innovate to Transform' है। यह कार्यक्रम 8 से 11 अक्टूबर तक यशोभूमि इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 6G, सैटेलाइट संचार, क्वांटम संचार और साइबर सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी।


इंडिया मोबाइल कांग्रेस क्या है?


यह तकनीकी कार्यक्रम एशिया का सबसे बड़ा तकनीकी, दूरसंचार और मीडिया इवेंट है। इसका आयोजन सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) और दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा मिलकर किया जाता है। इस साल यह कार्यक्रम नई दिल्ली के यशोभूमि इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हो रहा है।


IMC 2025 में चर्चा के विषय


इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, इस वर्ष के कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक निर्माण, सेमीकंडक्टर, 5G, 6G, क्वांटम कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, सैटेलाइट संचार, डीप टेक, क्लीन टेक्नोलॉजी, स्मार्ट मोबिलिटी और इंडस्ट्री 4.0 जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। कंपनियां इस इवेंट के दौरान अगली पीढ़ी की तकनीकों का प्रदर्शन करेंगी।


400 से अधिक कंपनियों की भागीदारी


इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 400 से अधिक कंपनियां, 7,000 से ज्यादा वैश्विक प्रतिनिधि और 150 से अधिक देशों से 1.5 लाख विजिटर्स शामिल होंगे। यूके, जापान, कनाडा, ऑस्ट्रिया जैसे देशों के प्रतिनिधि भी इस इवेंट में उपस्थित रहेंगे, जिससे भारत की वैश्विक तकनीकी साझेदारी को और मजबूती मिलेगी।


SATCOM सेवा पर चर्चा


केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि भारत सरकार ने तीन SATCOM लाइसेंस जारी किए हैं। इस इवेंट के दौरान SATCOM समिट में सैटेलाइट संचार सेवाओं को आम जनता तक पहुंचाने पर चर्चा होगी। सैटेलाइट संचार से ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि टेलीकॉम सेवाएं प्रदान करना महत्वपूर्ण है, लेकिन करोड़ों लोगों के डेटा और सुरक्षा की रक्षा करना भी उतना ही आवश्यक है।