प्रधानमंत्री मोदी के फोन कॉल से उज्जवल निकम को मिली राज्यसभा की जिम्मेदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जवल निकम को फोन कर राज्यसभा के लिए मनोनीत किया। निकम ने बताया कि मोदी ने उनसे मराठी में बात की और इस दौरान उनकी खुशी और हंसी ने उन्हें प्रभावित किया। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को लेकर गर्व महसूस किया और ईमानदारी से कर्तव्यों का निर्वहन करने का वादा किया। जानें इस दिलचस्प बातचीत की पूरी कहानी और निकम की प्रतिक्रिया।
Jul 14, 2025, 16:39 IST
प्रधानमंत्री का फोन और उज्जवल निकम की प्रतिक्रिया
"कल प्रधानमंत्री साहब ने मुझसे फोन पर बात की। उन्होंने बातचीत की शुरुआत मराठी में की और पूछा कि क्या मैं मराठी में बोलूं या हिंदी में? यह सुनकर मैं हंस पड़ा। इसके बाद उन्होंने इतनी खुशी से हंसते हुए बात की कि मैंने पहली बार देखा कि हमारे प्रधानमंत्री इस तरह से हंसते हैं।" यह कहना है वरिष्ठ वकील और राज्यसभा के लिए मनोनीत उज्जवल निकम का। आपको बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार व्यक्तियों को मनोनीत किया है, जिनमें पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, विशेष सरकारी वकील उज्जवल निकम, केरल भाजपा नेता सी सदानंदन मास्टर और इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन शामिल हैं। गृह मंत्रालय ने 12 जुलाई की रात इस संबंध में अधिसूचना जारी की थी, लेकिन निकम को इस बात की जानकारी पीएम मोदी के फोन कॉल से मिली।
उज्जवल निकम का अनुभव और जिम्मेदारी
उज्जवल निकम ने बताया कि पीएम मोदी ने उनसे फोन पर पूछा कि उन्हें हिंदी में बात करनी चाहिए या मराठी में। उन्होंने समाचार एजेंसी को बताया कि पहले उन्होंने मराठी में बात की और फिर पूछा, क्या मैं मराठी बोल सकता हूँ या हिंदी? इस लहज़े को सुनकर मैं हंस पड़ा। इसके बाद उन्होंने मुझसे मराठी में बात की और बताया कि राष्ट्रपति मुझे जिम्मेदारी देना चाहते हैं। उन्होंने राष्ट्रपति के निर्णय के बारे में भी जानकारी दी।
निकम की स्वीकृति और कर्तव्य
मैंने तुरंत हाँ कह दिया और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया। निकम ने कहा कि मैं यह विश्वास दिलाता हूँ कि मैं भारत के राष्ट्रपति का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्यसभा सदस्य के रूप में अपने कर्तव्यों का पूरी ईमानदारी और सच्चाई से निर्वहन करूँगा। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए गर्व का क्षण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में विशेष सरकारी वकील उज्जवल निकम, केरल भाजपा नेता सी सदानंदन मास्टर और इतिहासकार मीनाक्षी जैन के योगदान की सराहना की, जब उन्हें राज्यसभा के लिए नामित किया गया।