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प्रधानमंत्री मोदी के जीवन और विचारों पर संगोष्ठी का आयोजन

महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उनके जीवन और विचारों पर चर्चा की गई, जिसमें प्रमुख वक्ता प्रो. भाग सिंह बोदला ने मोदी जी की यात्रा और उनके योगदान पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी ने उपस्थित सभी लोगों को प्रेरित किया और मोदी जी के विचारों को समझने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया।
 

संगोष्ठी का आयोजन

कैथल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में 'सेवा पखवाड़ा' के अंतर्गत महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के टीक परिसर में आज सुबह 11:30 बजे एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मार्गदर्शन माननीय कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने किया, और इसका मुख्य विषय 'प्रधानमंत्री का जीवन परिचय एवं उनके विचार' था, जिसने सभी उपस्थित लोगों पर गहरा प्रभाव डाला।


कार्यक्रम की शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और वैदिक मंत्रोच्चार से हुई, जिसने सभागार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. भाग सिंह बोदला मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर एक गहन और सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने मोदी जी के बचपन की सरलता से लेकर एक दूरदर्शी दार्शनिक और कुशल प्रशासक के रूप में उनकी यात्रा को विस्तार से समझाया।


प्रो. बोदला का व्याख्यान

प्रो. बोदला ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि कैसे मोदी जी ने अपने जीवन के हर कदम पर राष्ट्र सेवा और समर्पण को सर्वोपरि रखा। उनके शब्दों ने यह स्पष्ट किया कि मोदी जी का जीवन केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक और नैतिक यात्रा भी है, जो हर भारतीय को प्रेरित करती है।


संगोष्ठी की अध्यक्षता

संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के शैक्षणिक अधिष्ठाता एवं कुलसचिव प्रो. संजय गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री का जीवन और उनके विचार भारत के युवाओं के लिए हर परिस्थिति में प्रासंगिक एवं प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने हमें सिखाया है कि 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास' केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का आधार है।


कार्यक्रम का संयोजन

कार्यक्रम का सफल संयोजन ज्योतिष विभाग के सहायक आचार्य डॉ. नवीन शर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में साहित्य संस्कृति अधिष्ठाता डॉ. जगत नारायण, व्याकरण विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र पाल वत्स, हिन्दू अध्ययन विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्ण चन्द्र पाण्डेय, ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. नरेश शर्मा, वेद विभागाध्यक्ष डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र सहित सभी विभागों के वरिष्ठ प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। संगोष्ठी ने सभी को प्रधानमंत्री के जीवन और विचारों से जुड़ने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया।