प्रधानमंत्री मोदी के 11 वर्षों की यात्रा: सेवा, विकास और समृद्धि
प्रधानमंत्री मोदी का परिवर्तनकारी कार्यकाल
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का ग्यारह साल का कार्यकाल सेवा, सुशासन और वंचितों के कल्याण की एक परिवर्तनकारी यात्रा रही है। यह एक ऐसा युग है जो दूरदर्शी नेतृत्व, अडिग प्रतिबद्धता और असाधारण उपलब्धियों से भरा हुआ है, जिसने भारत की वैश्विक स्थिति और आंतरिक मजबूती को पुनर्परिभाषित किया है।
आर्थिक और सामाजिक उन्नति
श्री मोदी के गतिशील नेतृत्व में, भारत ने एक बहुआयामी पुनर्जागरण का अनुभव किया है—यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, रक्षा निर्यात में 34 गुना वृद्धि हुई है, और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में शुद्ध आयातक से निर्यातक में बदल गया है। 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ चुके हैं, और 'डबल-इंजन' शासन मॉडल ने मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में समावेशी विकास को बढ़ावा दिया है।
चार स्तंभों पर आधारित दृष्टि
श्री मोदी की दृष्टि चार स्तंभों पर केंद्रित है—गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी, जिसे संक्षेप में GYAN कहा जाता है। इस आधार पर, उन्होंने 2047 तक एक विकसित भारत का रोडमैप तैयार किया है। लक्षित कल्याण योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने से आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण का एक नया युग शुरू हुआ है।
ऐतिहासिक निर्णय और सुरक्षा
इन ग्यारह वर्षों में, जो निर्णय कभी असंभव माने जाते थे, वे अब वास्तविकता बन चुके हैं। अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर का निर्माण, नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का कार्यान्वयन, ट्रिपल तालक का उन्मूलन, और समाज के कल्याण के लिए वक्फ अधिनियम में संशोधन जैसे ऐतिहासिक कदम प्रधानमंत्री की दृढ़ता से संभव हुए हैं। आतंकवाद के प्रति उनकी सख्त प्रतिक्रिया, जैसे बालाकोट हवाई हमले और ऑपरेशन बंदर, ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक जिम्मेदारी को प्रदर्शित किया।
जन कल्याण की नई परिभाषा
मोदी युग में अभूतपूर्व जन कल्याण की पहलें भी देखी गई हैं। 80 करोड़ से अधिक नागरिकों को मुफ्त खाद्यान्न का लाभ मिला है। 4 करोड़ से अधिक परिवारों को पक्के घर मिले हैं। लगभग 15.6 करोड़ घरों में पाइप जल कनेक्शन उपलब्ध हैं। उज्ज्वला योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों को LPG कनेक्शन मिले हैं। स्वच्छ भारत मिशन ने भारत के स्वच्छता परिदृश्य को बदल दिया है।
स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार
‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की नीति स्वास्थ्य पहलों में भी स्पष्ट है, जैसे आयुष्मान भारत, जिसके तहत 9 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त उपचार मिला है। COVID-19 संकट के दौरान, भारत ने न केवल अपने नागरिकों को मुफ्त स्वदेशी टीके प्रदान किए, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने का अवसर भी बनाया।
कृषि और महिला सशक्तिकरण
किसानों और महिलाओं को भी काफी लाभ हुआ है। पीएम-किसान सम्मान निधि और फसल बीमा योजना ने किसानों को मजबूत समर्थन प्रदान किया है। संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण राजनीतिक सशक्तिकरण सुनिश्चित करता है।
आर्थिक विकास और सांस्कृतिक धरोहर
भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। प्रमुख सुधारों जैसे नोटबंदी, डिजिटलाइजेशन और ऑनलाइन लेनदेन ने आर्थिक अनुशासन और विकास को बढ़ावा दिया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक और सभ्यतागत धरोहर को भी पुनर्जीवित किया गया है।
भविष्य की दिशा
प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प है कि भारत को 2047 तक एक पूर्ण विकसित 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। मध्य प्रदेश इस राष्ट्रीय दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
निष्कर्ष
मुझे विश्वास है कि श्री मोदी के प्रेरणादायक नेतृत्व में, मध्य प्रदेश नए भारत के सपने को साकार करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता रहेगा।