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प्रधानमंत्री मोदी की स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक घोषणाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जिनमें भारत की पहली सेमीकंडक्टर चिप का निर्माण, जेट इंजन विकास, और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में 10 गुना वृद्धि शामिल हैं। उन्होंने युवाओं को स्वदेशी तकनीकी प्लेटफार्मों के विकास के लिए प्रेरित किया और आर्थिक सुधारों की भी घोषणा की। मोदी ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है।
 

प्रधानमंत्री मोदी की प्रमुख घोषणाएं

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जिनमें भारत की पहली सेमीकंडक्टर चिप का निर्माण, जेट इंजन विकास, और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में 10 गुना वृद्धि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 2025 के अंत तक 'मेड इन इंडिया' सेमीकंडक्टर चिप्स बाजार में उपलब्ध होंगे।


प्रधानमंत्री ने युवाओं को स्वदेशी तकनीकी प्लेटफार्मों के विकास के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर फैक्ट्री की योजना 50-60 साल पहले आई थी, लेकिन यह तब तक ठंडी पड़ी रही जब तक सरकार ने इसे मिशन मोड में नहीं लिया। वर्तमान में, छह चिप संयंत्र निर्माणाधीन हैं और चार को मंजूरी मिल चुकी है।


2047 तक विकसित राष्ट्र का लक्ष्य

मोदी ने कहा कि उनकी घोषणाओं का उद्देश्य भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाना है। उन्होंने बताया कि इस साल के अंत तक देश अपनी पहली 'मेड इन इंडिया चिप' लॉन्च करेगा। इसके अलावा, उन्होंने परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता को 2047 तक 10 गुना बढ़ाने की योजना का भी उल्लेख किया।


प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों और युवाओं को 'मेड इन इंडिया' लड़ाकू विमानों के लिए जेट इंजन विकसित करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा, 'क्या हमें अपने जेट इंजन नहीं बनाने चाहिए?'


आर्थिक सुधार और रोजगार योजनाएं

मोदी ने जीएसटी में सुधारों की घोषणा की और दिवाली पर नागरिकों के लिए उपहार देने का वादा किया। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में जीएसटी में बड़े सुधार किए गए हैं और अब समय है कि इसे फिर से समीक्षा की जाए।


आर्थिक विकास को तेज करने और शासन को आधुनिक बनाने के लिए, उन्होंने एक समर्पित सुधार कार्य बल के गठन की भी घोषणा की। इसके साथ ही, एक लाख करोड़ रुपये की रोजगार योजना शुरू करने की बात कही, जिससे तीन करोड़ से अधिक युवाओं को लाभ होगा।


राष्ट्रीय सुरक्षा और ऊर्जा आत्मनिर्भरता

मोदी ने सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठ और अवैध प्रवास के कारण जनसांख्यिकीय असंतुलन के खतरों पर भी चर्चा की। उन्होंने इस चुनौती से निपटने के लिए एक उच्चस्तरीय जनसांख्यिकी मिशन की घोषणा की।


ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए, प्रधानमंत्री ने सौर, हाइड्रोजन, जलविद्युत और परमाणु ऊर्जा में विस्तार के साथ-साथ समुद्री संसाधनों के दोहन के लिए समुद्री अन्वेषण मिशन की भी घोषणा की।