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प्रधानमंत्री मोदी की पांच देशों की यात्रा: प्रमुख पड़ाव और उद्देश्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 से 9 जुलाई तक पांच देशों की यात्रा पर जाने वाले हैं, जिसमें घाना, ट्रिनिडाड और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया शामिल हैं। यह यात्रा पिछले एक दशक में उनकी सबसे लंबी राजनयिक यात्रा मानी जा रही है। इस दौरान, वे विभिन्न देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे। जानें इस यात्रा के प्रमुख पड़ाव और उद्देश्यों के बारे में।
 

प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 9 जुलाई तक पांच देशों की यात्रा पर निकलेंगे। यह यात्रा घाना से शुरू होकर दक्षिण अमेरिका, कैरेबियन द्वीपों और अफ्रीकी देशों पर केंद्रित होगी। यह पिछले एक दशक में उनकी सबसे लंबी राजनयिक यात्रा मानी जा रही है।


विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा घाना से शुरू होकर ट्रिनिडाड और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील होते हुए नामीबिया में समाप्त होगी।


1. घाना

प्रधानमंत्री मोदी पहली बार घाना जा रहे हैं, जो पिछले तीन दशकों में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है। इस दौरान, वे एक वैक्सीन उत्पादन केंद्र की स्थापना का समर्थन करेंगे और घाना की संसद को संबोधित करेंगे।


2. ट्रिनिडाड और टोबैगो

यह यात्रा ट्रिनिडाड और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के निमंत्रण पर हो रही है। यह पिछले 25 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। इस अवसर पर, पीएम मोदी वहां की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे।


3. अर्जेंटीना

यात्रा के तीसरे चरण में, प्रधानमंत्री मोदी अर्जेंटीना का दौरा करेंगे, जहां वे राष्ट्रपति जावियर माइल्स के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस बातचीत में रक्षा, कृषि, खनन, ऊर्जा, व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा होगी।


4. ब्राजील

इसके बाद, प्रधानमंत्री ब्राजील पहुंचेंगे, जहां वे BRICS 2025 के 17वें शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह मोदी की ब्राजील की चौथी यात्रा होगी। सम्मेलन में, वे हालिया पहलगाम आतंकवादी हमले और 'ऑपरेशन सिंदूर' का उल्लेख करते हुए आतंकवाद के मुद्दे को उठाएंगे।


अधिकारियों के अनुसार, BRICS का संयुक्त घोषणा पत्र इस हमले की कड़ी निंदा करेगा, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।


5. नामीबिया

यात्रा का अंतिम चरण नामीबिया में होगा, जहां प्रधानमंत्री 27 वर्षों के बाद भारतीय प्रधानमंत्री के रूप में पहुंचेंगे। इस दौरान, वे राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नडैतवाह से मिलेंगे और वहां की संसद को भी संबोधित करेंगे।


यहां मुख्य एजेंडा भारत के डिजिटल भुगतान प्रणाली, UPI, को नामीबिया में लागू करने पर सहमति प्राप्त करना है। यह प्रणाली पहले से ही भूटान, मॉरीशस, नेपाल, सिंगापुर, श्रीलंका, फ्रांस और यूएई में कार्यरत है।