प्रधानमंत्री मोदी की दक्षिण अफ्रीका यात्रा: G20 शिखर सम्मेलन में भागीदारी
G20 शिखर सम्मेलन में भागीदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20वें G20 लीडर्स समिट में भाग लेने के लिए जोहान्सबर्ग की यात्रा की, जिसका आयोजन दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा द्वारा किया जा रहा है। इस समिट की थीम 'एकजुटता, समानता और स्थिरता' है, जिसमें अफ्रीकी यूनियन के G20 में हाल ही में शामिल होने का महत्व और अमेरिका तथा दक्षिण अफ्रीका के बीच के कूटनीतिक तनाव पर चर्चा की जाएगी।
कांग्रेस का बयान
कांग्रेस ने शुक्रवार को यह आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मेलन में सहजता से भाग ले रहे हैं, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस आयोजन का बहिष्कार कर रहे हैं। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि अगला G20 सम्मेलन अमेरिका में होगा, और तब देखना होगा कि प्रधानमंत्री किस रास्ते का चयन करते हैं।
भारत का दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा से पहले कहा कि वह 'वसुधैव कुटुंबकम' और 'एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य' के सिद्धांत के अनुसार भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे।
रमेश का ट्वीट
रमेश ने सोशल मीडिया पर लिखा कि प्रधानमंत्री इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं, क्योंकि ट्रंप और अमेरिका इस शिखर सम्मेलन का बहिष्कार कर रहे हैं। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि हाल ही में मोदी ने कुआलालंपुर में होने वाले भारत-आसियान सम्मेलन में भाग नहीं लिया था, क्योंकि वहां उनका सामना ट्रंप से होना था।
अमेरिका का विरोध
रमेश ने यह भी कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि अमेरिका दक्षिण अफ्रीका के G20 थीम का विरोध करता है, क्योंकि इसे अमेरिका-विरोधी माना जा रहा है। उन्होंने बताया कि G20 की अध्यक्षता हर साल बदलती है, और भारत ने यह अध्यक्षता नवंबर 2023 में इंडोनेशिया से ली थी।
भविष्य की संभावनाएँ
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगला G20 शिखर सम्मेलन अमेरिका में होगा, और तब तक भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप ने कई बार यह दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोका था।