प्रधानमंत्री मोदी और ममता बनर्जी के बीच बाढ़ पर वाकयुद्ध
बाढ़ और भूस्खलन के बीच राजनीतिक विवाद
उत्तरी बंगाल में बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में भाजपा नेताओं पर हमले के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच तीखी बहस शुरू हो गई है। मोदी ने ममता के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की कानून-व्यवस्था की स्थिति की आलोचना की, जबकि बनर्जी ने प्रधानमंत्री पर प्राकृतिक आपदा का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
भाजपा सांसद पर हमला
भाजपा सांसद खगेन मुर्मू, जो मालदा उत्तर से हैं, पर जलपाईगुड़ी के नागराकाटा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते समय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हमला किया। इस हमले के बाद मुर्मू के चेहरे और नाक से खून बहता हुआ दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस हमले की निंदा करते हुए राज्य सरकार से राहत कार्यों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
मोदी की प्रतिक्रिया
मोदी ने एक्स पर लिखा कि पश्चिम बंगाल में बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित लोगों की सेवा कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला बेहद चिंताजनक है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से राहत कार्यों में सहयोग जारी रखने का आह्वान किया।
ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
बनर्जी ने मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री ने बिना उचित जांच के प्राकृतिक आपदा का राजनीतिकरण किया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने बिना किसी प्रमाण के सीधे तौर पर टीएमसी और पश्चिम बंगाल सरकार को दोषी ठहराया है।
संविधान और प्रक्रिया का महत्व
बनर्जी ने चेतावनी दी कि अपुष्ट आरोप सर्वोच्च पद की गरिमा को कम करते हैं और केवल उचित प्रक्रिया ही दोषसिद्धि का निर्धारण कर सकती है। उन्होंने संयम और एकता की अपील की और लोगों से मौजूदा संकट के दौरान किसी भी अप्रिय घटना में शामिल न होने का आग्रह किया।